अंबेडकरनगर — नारी शशक्तिकरण और नारी सम्मान का सरकारी दावा हाकिमों के मनमानी की भेंट चढ़ रहा है । पूरे देश मे बलात्कारियों के विरुद्ध आम जनता सड़क पर उतर रही है। लेकिन यहाँ खाकी 10-10 दिन बलात्कार का मुकदमा ही दर्ज करने में आनाकानी करती है । ताजा मामला अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र का जहां एक नाबालिक के परिजन अपनी बिटिया के साथ हुए अपहरण के बाद सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करने के लिए एक फ़ख़्वारे तक थानो का चक्कर लगा कर भटकता रहा आखिर में अपर पुलिस अधीक्षक के दखल के बाद मुकदमा दर्ज हुआ ,
अम्बेडकरनगर जिले के टाण्डा कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली 11 वर्षीय नाबालिक बालिका अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र के सदरपुर गाँव अपनी बड़ी बहन के यहां रहने के लिए गई थी। 22 नवम्बर की रात मोटरसाइकिल सवार उसके घर के पास पहुंचते है और जैसे ही नाबालिक बालिका बाहर आती है उसे जबरन बाइक पर बैठाकर फरार हो जाते है ।जब इसकी जानकारी उसकी बड़ी बहन को होती है तो उसने अपने पिता को सूचित करती है घर वाले इसकी सूचना 100 नंबर को भी देते है ,पर सुबह जब नाबालिक बालिका बदहवास और लहूलुहान घर पहुँचती है तो सबके होश उड़ जाते है ।
आनन् फानन में घर वाले पीड़िता को लेकर टाण्डा कोतवाली पहुंचते है पर वहां मुकदमा लिखने के बजाय ये कह कर भेज दिया जाता है कि ये घटना अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र बकी है। वहां जाओ , जब पीड़ित परिवार उसे लेकर अकबरपुर कोतवाली पहुंचते है तो वहां भी कोई सुनवाई नहीं होती। बालिका के हाथ में गहरी चोट के कारण उसका इलाज कराने लगते है , पर जब पीड़ित परिवार पुलिस के उच्च अधिकारियों के पास जाता है तो आनन फानन में मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया जाता है ।
वहीं नाबालिक बालिका ने बताया कि हमारे ही गाँव के रहने वाले दो युवकों ने हमें जबरदस्त बाइक पर बैठा कर ले गए और हमारे साथ जबरदस्ती बारी-बारी से दुष्कर्म किया और जब हमने इसका विरोध किया तो उन लोगों ने हमें मारा पीटा और गाडी से नीचे फेंक दिया जिससे मेरा हाथ टूट गया।और धमकी भी दी की अगर पुलिस में गई तो जान से मार डालेंगे। इस मामले में जब हमने पुलिस की लापरवाही और कारवाही के बारे में अपर पुलिस अधीक्षक से बात की तो उन्होंने बताया कि जैसे हमारे संज्ञान में आया है हमने तुरंत मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है और जांच कर कारवाही का आदेश दिया है ।
(रिपोर्ट-कार्तिकेय द्विवेदी,अंबेडकरनगर)