बुद्धेश्वर पुल के ऊपर से ट्रैक्टर ट्राली गिरने से 7 लोगों की मौत,कई घायल

लखनऊ — प्रदेश की राजधानी में बिना रेलिंग के रेलवे ओवरब्रिज बड़ी दुर्घटना का कारण बन गया। पारा क्षेत्र के बुद्धेश्वर क्षेत्र में आज लखनऊ-हरदोई सड़क मार्ग पर ट्रैक्टर ट्राली अनियंत्रित होकर पुल से नीचे गिर गई। इसमें  7 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई । गंभीर रूप से घायलों को ट्रामा सेंटर भेजा गया है।

लखनऊ में आज भुवर पुल के नीचे ट्रैक्टर-ट्रॉली गिरने से सात लोगों की मौत हो गई है। इसके साथ ही घायल आठ-दस लोगों को लखनऊ के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है।ट्रैक्टर ट्राली से सभी देवा शरीफ बाराबंकी से दर्शन करके कन्नौज लौट रहे थे। ट्रैक्टर ट्राली में 40 लोग सवार थे। इसमें कई गंभीर रूप से घायल। सभी को ट्रॉमा सेंटर भेजा गया है। हाशिम चश्मदीद ने बताया चार महिलाएं और ड्राइवर मौके पर ही मर गए थे। मौके पर ही चार महिलाओं और एक पुरुष ने दम तोड़ दिया और क़रीब इक्यावन लोग घायल हो गए ।

बाकी लोगों को अस्पताल लाया गया है। हाईवे से होते हुए ट्रैक्टर ट्राली जैसे पारा थाना क्षेत्र के भुवर पुल के पास पहुंची। सुबह 10:30 बजे अचानक स्लिप करने से पुल की रेलिंग तोड़ते हुए ट्रैक्टर ट्राली पुल के नीचे जा गिरी। इस घटना से मौके पर भगदड़ मच गई। इसकी सूचना स्थानीय लोगों ने पुलिस को दी। घटना होते ही मौके पर चीख पुकार मच गई। घटना के वक़्त वहीं पर मोबाइल की दुकान चलाने वाले आदर्श गुप्ता और कमला नेहरू हॉस्पिटल की संचालिका डॉक्टर अंशु वर्मा ने अन्य राहगीरों की मदद से घायलों की तत्काल मदद की और छोटे छोटे बच्चों को अपने अस्तपताल पहुँचाया और प्राथमिक उपचार दिया जिसमें कुछ घायलों की स्थिती बेहद नाजुक बताई जा रही है । 

कुछ घायलों को बगल में ही बने माँ वैष्णो हॉस्पिटल और ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था लेकिन सभी घायलों की नाज़ुक हालत को देखते हुए सभी को ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया । मौके पर ही मदद करने वाले मोबाइल व्यवसायी आदर्श गुप्ता के अनुसार लगभग पचास से पचपन लोग ट्रॉली में थे और मौके पर ही लगभग सात से आठ लोगों ने दम तोड़ दिया था । जबकि पास में ही कमला नेहरू हॉस्पिटल और ट्रॉमा सेंटर में डॉक्टर सुश्री अंशु वर्मा के अनुसार मौके पर ही चार महिलाएं और एक पुरुष ने दम तोड़ दिया था और घायलों की तादाद भी लगभग तीन दर्जन से ज़्यादा थी । जबकि सीओ आलमबाग संजीव सिन्हा के अनुसार कुल मृतकों की संख्या चार है । 

वहीं स्थानीय लोगों के अनुसार जिस जगह ये घटना घटी वहाँ पूर्व में भी अनेक दुर्घटनाएं हो चुकी हैं इसके बाद भी प्रशासन इस पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है । अनेक जगहों पर डिवाइडर के खुले होने से और पुल पर और सड़क के किनारे कोई सुरक्षा ग्रिल न होने से भी यहाँ लगभग आये दिन कोई न कोई सड़क हादसे होते रहते हैं ।

(रिपोर्ट- अंशुमान दुबे, लखनऊ)

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