वाराणसी– साहित्यकार पद्मश्री मनु शर्मा का गुरूवार को उनके निवास बड़ी पियरी से शव यात्रा निकला। इस दौरान उनकी अंतिम यात्रा में कई मंत्री समेत शहर के तमाम प्रबुद्ध और अधिकारी शामिल रहे। शव यात्रा मणिकर्णिका घाट पहुंचा तो वहां पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि उनके बड़े बेटे शरद शर्मा ने दी।
पद्मश्री मनु शर्मा का निधन बुधवार उनके निवास पर हुआ था। सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव सूचना मिलते ही काशी पहुंचे गए और उन्होंने भी शवयात्रा में हिस्सा लिया। राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर राम गोपाल यादव ने मणिकर्णिका घाट पर मनु शर्मा के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित किया। इसके अलावा राज्य मंत्री अनिल राजमंत्री, कई विधायक और जिले के एसएसपी डीएम सभी ने पुष्प अर्पित कर उन्हें अंतिम विदाई दिया। रामगोपाल ने कहा, ”मनु शर्मा के जाने से न सिर्फ काशी बल्कि पूरे देश के लिए अपूर्णीय क्षति है। उनके द्वारा लिखी गई कृतियां हमारे बीच हमेशा जिंदा रहेंगी।”
मनु शर्मा का जन्म 1928 में फैजाबाद जिले में हुआ था। वह काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। पिछले महीने शरद पूर्णिमा के दिन उन्होंने 90वां जन्मदिन अस्पताल में मनाया था। हालात में सुधार होने पर दो दिन बाद घर लाया गया था। इसके बाद से उन्होंने खाना छोड़ दिया था। भतीजे तुषार शर्मा ने बताया कि सुबह अचानक तबीयत बिगड़ी। जब तक अस्पताल ले जाते, उन्होंने अपनी अंतिम सांस ले ली।