न्यूज़ डेस्क — नोटबंदी की पहली सालगिरह को जहां एक तरफ मौजूदा बीजेपी सरकार एंटी ब्लैक डे के रूप में मना रही है तो वहीं दूसरी ओर विपक्ष इसे ‘ब्लैक डे’ के रूप में मना रहा है। सरकार द्वारा लिए गए नोटबंदी के फैसले को आज एक साल पूरा हो चुका है । पिछले साल 8 नवंबर 2016 को मोदी सरकार ने 500 और 1000 के नोटों पर बैन लगा दिया था।
जिसके बाद आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था। विपक्षी पार्टियों ने इस मुद्दे का जमकर विरोध किया था लेकिन सरकारी फैसले के सामने किसी की नहीं चली। बुधवार को नोटबंदी के एक साल पूरा होने पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने इस दिन को काला दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी । आज कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियां पूरे देश में नोटबंदी के फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगी।
कांग्रेस इस तरह मना रही है ‘ काला दिवस ‘:
नोटबंदी की पहली सालगिरह पर कांग्रेस के राहुल गांधी इस मौके पर आज गुजरात के सूरत में व्यापारियों से बातचीत करेंगे और एक जुलूस में हिस्सा लेंगे। आपको बता दें कि गुजरात में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 9 और 14 दिसंबर को होना है। नोटबंदी को मुद्दा बनाकर राहुल गांधी गुजरात चुनाव को साधने की कोशिश करेंगे। वहीँ दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और महासचिव गुलाम नबी आजाद, पीसी चाको और अजय माकन नोटबंदी के विरोध में विजय चौक पर मानव श्रृंखला बनाकर उसका नेतृत्व करेंगे। वहीं शरद यादव ने कहा कि हम पिछले साल हुई इस नोटबंदी के खिलाफ हैं, कांग्रेस भी नोटबंदी का पूरे देश में विरोध कर रही है। इसी के तहत यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता नोटबंदी से एक दिन पहले रात 12 बजे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के दफ्तर के सामने जुट गए और विरोध प्रदर्शन किया।
सपा भी नहीं है पीछे :
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा है कि नोटबंदी पर जश्न मनाना, जनता का उपहास है। सरकार के इस अदूरदर्शिता पूर्ण निर्णय से आर्थिक जगत में अराजकता का माहौल पैदा हुआ है। बेरोजगारी के साथ निर्माण कार्य बंद होने का दंश जनता को झेलना पड़ा। अखिलेश यादव ने एक बयान जारी करके कहा कि पूरा देश आर्थिक अराजकता के दौर में है। पांच सौ और हजार रुपये के नोटों को चलन से बाहर करने की अचानक घोषणा के साथ उसके पीछे जो उद्देश्य बताए गए थे, वे सब खोखले थे।
आम आदमी पार्टी ने किये तीखे तंज :
नोटबंदी की सालगिरह पर आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविन्द केजरीवाल भी किसी से पीछे नहीं हैं। उन्होंने सीधा मोदी पर तंज कस्ते हुए बयान जारी किया है कि ” नोटबंदी आज़ाद भारत का सबसे बड़ा घोटाला है। पिछले 3 सालों में प्रधानमंत्री के 771 भाषणों में से एक भाषण ऐसा भी था , जिसने लगभग 100 लोगों की जाने ली। नोटबंदी 8 लाख करोड़ का घोटाला है। “
वहीं बीजेपी नोटबंदी के फैसले को ऐतिहासिक बताते हुए बुधवार को एंटी ब्लैक मनी डे(काला धन विरोधी दिवस) के रूप में मनाने की तैयारी में है।