दुनिया भर में सबसे ज्यादा देखा जाता है ये पोर्न वीडियों ! भारत में भी पसारे पैर

न्यूज डेस्क — हम अपने फ़ोन, लैपटॉप या कंप्यूटर पर ऐसा बहुत कुछ देखते हैं जो हम नहीं चाहते कि किसी को पता चले.लेकिन इंटरनेट ब्राउज़र पर इन्कॉग्निटो यानि प्राइवेट मोड का आविष्कार यूं ही नहीं हुआ.

इनकॉग्निटो विंडो पर हम जो पोर्न देखते हैं, उस ट्रैफिक का डेटा कोई और जान पाए या नहीं,  लेकिन पोर्न साइट्स के पास जरूर होता है. दुनिया की सबसे बड़ी पोर्न साइट पोर्नहब के नए डेटा से पता चलता है कि दुनियाभर में लोग पोर्न पर क्या देख रहे हैं. लोगों को इस समय सबसे ज्यादा स्नीकर पोर्न पसंद आ रहा है.

दरअसल अपने नाम के मुताबिक, स्नीकर पोर्न में शानदार स्नीकर की तस्वीरें शामिल हैं. लोग स्नीकर से जुड़े अश्लील वीडियो की तलाश कर रहे हैं. और वीडियोज़ देख रहे हैं. स्नीकर एक प्रकार का जूता है. पोर्नहब द्वारा इकट्ठा किए गए डेटा बताते हैं स्नीकर के बाद पैंटीज, योग पैंटीज, लॉन्जरी, बिकिनी और ड्रेसेस सबसे ज़्यादा सर्च किये गए कीवर्ड में से है. इसके बाद अता है हील और सॉक्स.

 अब सवाल उठता है स्नीकर ही क्यों ?

इंटरनेशनल फैशन साइट एससेंस का कहना है- “हम व्यापक रूप से पॉर्न में पैर की भूमिका पर चर्चा करके इस सवाल का जवाब देना शुरू कर सकते हैं. कैसे जूते और पैर शरीर का एक अलग हिस्सा हैं. पोर्न बाजार अब इसका उपयोग करने के लिए तैयार हैं. बड़े स्नीकर ब्रांड अपने व्यापार को ऊपर उठाने के लिए सेलिब्रिटी को स्नीकर पहनाकर उसे अधिक लोकप्रिय बना रहे हैं. स्नीकर का मतलब अब केवल अच्छा दिखना ही नहीं है बल्कि वो मनी, पॉवर और राइट्स यानि अधिकार के भी प्रतीक हैं.

भारत में ये उतना लोकप्रिय नहीं

हालांकि स्नीकर क्रांति ने भारत पर कब्जा कर लिया है, फिर भी स्नीकर पोर्न भारत से कुछ साल दूर लगता है. भारत शीर्ष 30 देशों में शामिल नहीं है जहां स्नीकर पोर्न एक बड़ी चीज है. यूरोप में स्नीकर पोर्न लोकप्रिय है. पोर्नहब के मुताबिक वॉरसॉ, पोलैंड वह जगह है जहां लोग सबसे ज्यादा स्नीकर पोर्न देखते हैं. दिलचस्प बात यह है कि स्निकर पोर्न एशिया में इतना लोकप्रिय नहीं है, केवल हांगकांग, टोक्यो और ओसाका में शीर्ष 30 देशों में स्निकर पोर्न सर्च किए जा रहे हैं.

पोर्न के जारिए विज्ञापन का खेल

असल में हो ये रहा है कि ये पूरा एडवरटाइजिंग यानी विज्ञापन का खेल है. जितना ट्रैक्शन या जितने व्यूअर पोर्न हब पर आते हैं, शायद कहीं नहीं आते होंगे. इसलिए जूते या कपड़े-लत्ते वाली कम्पनियां अब पोर्न को इस्तेमाल कर अपना सामान बेच रही हैं. यह वैसा ही है जैसे फिल्मों में साइकिल, स्कूटर या किसी पेय पदार्थ का इस्तेमाल दिख जाना. वो असल में पेड विज्ञापन होता है. पोर्न स्टार्स जब महंगे डिज़ाइन वाले जूते पोर्न फिल्मों में पहनेंगे तो वो फिर बाजार में आने लगेंगे और लोग उन्हें खरीदेंगे.

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