नई दिल्ली– 2G और आदर्श घोटाला मामले में फैसले के बाद आज बहुचर्चित चारा घोटाले में फैसले की बारी है। बिहार के बहुचर्चित चारा घोटाले पर आज रांची कोर्ट फैसला सुना सकती है। 950 करोड़ रुपये के इस घोटाले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव पर 6 अलग अलग केस चल रहे हैं।
इसमें एक केस में लालू यादव को 5 साल के जेल की सजा सुनाई गई थी जिसके बाद चुनाव आयोग ने उनके चुनाव लड़ने पर पांबदी लगा दी थी। बाद में लालू यादव को इस मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई थी। फैसले से पहले लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने कहा कि लालू यादव को राजनीतिक साजिश के तहत इस घोटाले में फंसाया गया था। तेजस्वी यादव ने उम्मीद जताई की कोर्ट का फैसला उनके हक में आएगा।
चारा घोटाला पहली बार 1996 में सामने आया। इसमें बिहार पशुपालन विभाग में करोड़ों रुपए के घोटाले का खुलासा हुआ था। उस वक्त लालू यादव की सरकार थी। इस घोटाले में 950 करोड़ रुपए के गबन का आरोप है। गौरतलब है कि चारा घोटाले में 3 मामले हैं। इन तीनों मामलों में लालू प्रसाद यादव आरोपी हैं। इन तीनों में किसी में लालू प्रसाद यादव को कोर्ट ने दोषी ठहराया तो उन्हें तत्काल जेल जाना पड़ सकता है। सीबीआई अपनी जांच में उन्हें पहले ही दोषी करार दे चुकी है।
बता दें कि लालू प्रसाद सबसे पहली बार चारा घोटाले में जेल गए थे, तब सीएम का पद छोड़कर अपनी पत्नी को बिहार का सीएम बनाकर गए थे। तब उनकी पार्टी पर इसका कोई असर नहीं पड़ा था, लेकिन तब से लेकर अब हालात पूरी तरह बदल गए हैं। अंतिम बार लालू प्रसाद अक्टूबर 2013 में तब इस मामले में जेल गए थे, जब कोर्ट ने उन्हें दोषी करार देते हुए पांच साल की सजा दी थी। लालू की लोकसभा की सदस्यता छीन ली गई थी और उन पर 11 साल तक कोई चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया। माना जा रहा है कि इस बार लालू जेल गए तो उनकी पार्टी में भारी उठापठक भी संभव है।