मेरठ — एक बार फिर बारिश ने दस्तक देकर अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। और इमारतों के गिरने का सिलसिला फिर शुरू हो गया । आज सुबह से ही रुक रुक कर बारिश होने के चलते किठौर थाना इलाके में एक मकान ताश के पत्तों की तरह धराशाई हो गया ।
इस मकान के मलबे में 4 लोग दब गए जिनको रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर निकाला गया । तमाम प्रशासनिक अमला मौके पर पहुँच गया । आपको बता दें उत्तर प्रदेश में एक बार फिर बारिश ने दस्तक दी है जिससे तमाम इलाके जलमग्न हो गए हैं। नाले अट गए हैं सड़के नालियों में तब्दील हो गई हैं। उधर ग्रामीण इलाकों में जिन मकानों की नींव कमजोर है उन मकानों का खतरा मंडराने लगा है ।
इसी बीच आज देर शाम थाना किठौर क्षेत्र के हसनपुर कलां गांव में एक कच्चा मकान ताश के पत्तों की तरह धराशाई हो गया । यह मकान प्रजापति वेद प्रकाश का बताया जा रहा है। जिसमें वेद प्रकाश , और उनकी पत्नी सुमरती समेत बेटी निशा 13 साल आशा 8 वर्ष व सास सभी मकान के मलबे में दब गए। जिन को निकालने के लिए कई घंटों रेस्क्यू ऑपरेशन चलाना पड़ा ।
तमाम प्रशासनिक अमला पुलिस प्रशासन के लोग मौके पर पहुंच गए और टीम के साथ मलबा हटवाने लगे। मलबे के नीचे से सभी लोगों को निकाल लिया गया जिसमें सभी गंभीर रूप से घायल हैं , जबकि वेद प्रकाश की सास सत्तो ने दम तोड़ दिया ।वहीं घायलों की हालत को देखते हुए सभी को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है , जबकि 13 साल की मासूम बच्ची निशा को दिल्ली रेफर किया गया है ।
फिलहाल प्रशासनिक अमला रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहा है । आशंका जताई जा रही है कि मकान में कोई और भी हो सकता है क्योंकि मकान रात 8:30 पर धराशाई हुआ था ऐसे में मकान के अंदर और बाहर खड़े लोग मकान की चपेट में आ गए थे । यह कोई पहला मामला नहीं है जब मेरठ में बारिश के दौरान मकान गिरा हो इससे पहले भी बरसात के दौरान कई दर्जन मकान केवल मेरठ में ही धराशाई हुए जिसमें कई लोगों की जान चली गई जबकि बड़ी संख्या में लोग घायल हुए थे। ऐसे में बारिश को देखते हुए प्रशासन ने भी अलर्ट जारी कर दिया है। कच्चे मकानों को देखते हुए परिजनों को मकानों से दूर रहने की हिदायत दी है । लेकिन जिन गरीबों के पास मकान नहीं है वह गरीब आज भी मौत की छत के नीचे रात गुजारने को मजबूर है ।
(रिपोर्ट-अर्जुन टंडन,मेरठ)