नई दिल्ली — दक्षिण भारत की राजनीति में सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी के एक मूव ने राजनीतिक जानकारों को हैरत में डाल दिया। मोदी सोमवार को अपने चेन्नै दौरे के दौरान डीएमके चीफ करुणानिधि से मिलने पहुंचे।
बता दें कि तमिलनाडु में बीजेपी को डीएमके की धुर विरोधी एआईएडीएमके का करीबी माना जाता है। डीएमके केंद्र सरकार की नीतियों की कट्टर आलोचक रही है। ऐसे में मोदी और करुणानिधि की यह मुलाकात हर किसी को हैरान कर रही है। मोदी ने करुणानिधि से मुलाकात ही नहीं की, बल्कि उन्हें दिल्ली में अपने आवास पर आने का न्योता भी दिया।
इससे अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या तमिलनाडु में बीजेपी नए समीकरण तलाश रही है? हालांकि बीजेपी ने मोदी-करुणानिधि की मुलाकात पर ऐसी सभी अटकलों को खारिज किया है। बीजेपी ने इसे बस एक शिष्टाचार भेंट बताया है। डीएमके ने भी साफ किया कि इस मुलाकात का कोई राजनीतिक मायने नहीं निकाला जाए।
सूत्रों के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच करीब 10 मिनट तक बातचीत हुई। इस दौरान मोदी ने करुणानिधि को दिल्ली में उनके आवास पर आने का न्योता दिया और वहां आराम करने का आग्रह भी किया। बता दें कि राज्य के पूर्व सीएम और डीएमके अध्यक्ष करुणानिधि काफी समय से बीमार चल रहे हैं। पीएम मोदी के साथ रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और राज्य के बीजेपी चीफ भी मुलाकात करने पहुंचे थे।