अमिताभ बच्चन कभी भी पहुंच सकते है अपने पैतृक गांव

जया ने जाते समय वादा किया था की अगली बार बहू बेटे के साथ आऊंगी...

0 380

सदी के महानायक अमिताभ बच्चन द्वारा अपने पैतृक गांव जाने और वहां स्कूल या अस्पताल जैसा कुछ करने की बात कही तो परिवारीजनों में खुशियां छा गई। हालांकि उनकी पत्नी जया बच्चन साल 2006 में बाबूपट्टी में सांसद निधि से बनाये गए हरिबंश राय बच्चन पुस्तकालय का लोकार्पण करने पहली बार पहुंची थी।

ये भी पढ़ें..बाहुबली विधायक पर रेप का केस दर्ज, युवती बोली न्यूड होकर करते थे वीडियो कॉल व अश्लील बातें

जया को मुंह दिखाई में मिला था मुकुट

इस बाबत बिग बी की भाभी ने बताया कि जब जया जी आई थी तो गांव की देवी के चबूतरे पर परिवार की परम्परा जो नई बहू के आने पर पूजा थी उन्होंने भी निभाया था, देवी के चबूतरे पर पूजा कराया गया और जया के चचिया ससुर शारदा प्रसाद ने पूजन के बाद मुंह दिखाई में मुकुट दिया था। जया ने जाते समय वादा किया था परिजनों से की अगली बार बहू बेटे के साथ आऊंगी लेकिन परिवार के लोग इंतजार करते रहे साल बीतते रहे।

परिवार कर रहा इंतजार
Related News
1 of 1,175

अब जब बिग बी ने केबीसी के सेट से घोषणा की तो परिजनों में एक बार फिर आस जगी है पूरे परिवार के साथ समय विताने की। बिग बी के भतीजे ने बताया कि हरिबंश जी ने अपनी रचना क्या बोलूं क्या याद करुं में पेज नम्बर 18 से 25 तक बाबूपट्टी और गांव का जिक्र किया है जिसमे जब गांव से लोग पैदल गंगा स्नान करने जाते थे तो पहले उनके यहा ही रुकते थे।

उन्होंने लिखा है कि चाहे या अनचाहे हो बाबूपट्टी के लिए हमेशा खुला रहता था और लोग गांव से चना, होरहा जो भी चीजे होती थी लोग लेकर आते थे और बच्चन जी बड़े चाव से खाते थे। अब देखना होगा कि बिग बी का परिजनों को कब तक इंतजार करना पड़ेगा।

ये भी पढ़ें..चिराग पासवान ने जारी किया विजन डॉक्यूमेंट, ये हैं खास बातें…

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं। )

(रिपोर्ट- मनोज त्रिपाठ, प्रतापगढ़)

Get real time updates directly on you device, subscribe now.

Comments
Loading...