जीवनदायिनी साबित हो रही एम्बुलेंस, लखनऊ में अब तक बचाई 8 लाख की जान

102, 108 और एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) Ambulance service बनीं जीवनदायिनी.

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लखनऊः राजधानी लखनऊ के लोगों के लिए 102, 108 और एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) एम्बुलेंस सेवाएं जीवनदायिनी साबित हो रही हैं | प्रदेश सरकार की ओर से संचालित Ambulance service ने अकेले राजधानी में ही अब तक कुल 7,99,061 मरीजों की जान बचाने में सफलता हासिल की है |

यह आंकड़े 108, 102 और एएलएस सेवाओं के हैं जिनमें 29 फरवरी 2020 तक के लाभार्थी शामिल हैं | मुख्य चिकित्सा अधिकारी लखनऊ डा. नरेन्द्र अग्रवाल ने बताया – जिले में कुल 44 – 108 एम्बुलेंस, 34 – 102 एम्बुलेंस व 4 एएलएस Ambulance service उपलब्ध हैं | मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया – 102 Ambulance service ( मदर चाइल्ड सर्विसेस ) जिले में 17 जनवरी 2014 से शुरू हुयी है | 102 सेवा गर्भवती महिलाओं को घर से अस्पताल और वापिस अस्पताल से घर निःशुल्क लाती है | साथ ही 1 वर्ष तक की आयु के बच्चों को भी निःशुल्क सेवा मिलती है |

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जिले में इस सेवा ने 29 फरवरी 2020 तक करीब 5,35,593 मरीजों को सेवाएँ दी हैं | इनमें घर से अस्पताल लाने (पिकप) के 2,54,475 अस्पताल से घर छोड़ने (ड्राप बैक) के 2,67,521 व आईएफटी (इंटर फेसिलिटी ट्रान्सफर) के 15,397 लाभार्थी शामिल हैं | मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया सड़क दुर्घटना व अन्य आपातकालीन मौकों पर जरूरतमंद लोगों की तत्काल मदद के लिए निःशुल्क 108 Ambulance service सूबे में 14 सितम्बर 2012 को शुरू हुयी थी |

108 एम्बुलेंस सेवा ने 29 फरवरी 2020 तक जिले में 2,59,431 मरीजों को समय से अस्पताल पहुंचाकर सेवाएँ दी हैं | इनमें 50,470 प्रेगनेंसी, 37,590 रोड एक्सीडेंट, 25,762 तेज पेट दर्द, 16,351 सांस के, 15,299 बेहोशी, 13,864 मरीज हार्ट अटैक/ ह्रदय रोग के , 13,825 बुखार या अन्य प्रकार के संक्रमण, 5,421 स्ट्रोक , 1689 मामले आग लगने के रोगी हैं | 108 सेवा ने इन आकस्मिक मौकों पर गोल्डन आवर में मरीजों को अस्पताल पहुंचाकर उनको नया जीवन प्रदान किया है |

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