दिल्ली– कोरोना वायरस के कारण पंजाब (Punjab) के भी हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. इस पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन Amarinder Singh ने शुक्रवार को कहा कि वैज्ञानिकों और चिकित्सा विभाग के विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया है कि जुलाई-अगस्त तक महामारी भारत में चरम पर होगी. अनुमान है कि देश में लगभग 58% भारतीय इससे संक्रमित हो सकते हैं. पंजाब में लगभग 87% लोगों के प्रभावित होने की आशंका है.
यह भी पढ़ें-लखनऊ: Hotspot क्षेत्रों में युद्धस्तर पर सैनेटाईजेशन शुरू, हर घर पर की जा रही है मार्किंग
अमरिंदर सिंह ने राज्य में लॉकडाउन की अवधि आगे बढ़ाने का संकेत देते हुए शुक्रवार को कहा कि इसे हटाने का फिलहाल उचित समय नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ केंद्र की ओर से राज्यों के लिए तय 15 हजार करोड़ रुपये का पैकेज नाकाफी है और ऐसे में मोदी सरकार को प्रदेश सरकारों को पर्याप्त वित्तीय मदद देनी चाहिए.अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) ने वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से संवाददाताओं से कहा, ‘हमने पहले लॉकडाउन किया और बाद में कर्फ्यू लगाया. फिर लोगों तक जरूरी वस्तुओं को पहुंचाने की व्यवस्था की. हमारे लोग हर मोहल्ले में पहुंचकर जरूरी वस्तुएं मुहैया करा रहे हैं.’
मुख्यमंत्री Amarinder Singh ने कहा कि कोरोना वायरस के मामले शुरू होने के बाद करीब डेढ़ लाख लोग विदेश से पंजाब आए. हमने जांच की और लोगों को पृथक रखा. अब ज्यादातर लोग पृथक वास से बाहर आ चुके हैं.
उन्होंने कहा, ‘फिलहाल स्थिति नियंत्रण में हैं. 132 मामलों में संक्रमण की पुष्टि हुई और 11 लोगों की मौत हुई है. कुल 2877 लोगों की जांच हुई.’ सिंह ने राज्य में लॉकडाउन बढ़ाने का संकेत देते हुए कहा कि उनकी सरकार इसे बढ़ाने पर गंभीरता से विचार कर रही है क्योंकि पाबंदियां हटाने के लिए यह उपयुक्त समय नहीं है. उन्होंने कहा कि कैबिनेट की बैठक में लॉकडाउन के संदर्भ में निर्णय होगा.
Amarinder Singh ने कहा कि लॉकडाउन असीमित समय के लिए नहीं हो सकता, ऐसे में सरकार कामकाज शुरू करने के उपायों पर गौर कर रही है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संकट को लेकर रणनीति बनाने के लिए विशेषधिकार प्राप्त समिति गठित की गई है और उसकी रिपोर्ट के आधार पर निर्णय होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हम चार चरणों में तैयारी कर रहे हैं. पहले चरण में दो हजार बेड और उपकरण, दूसरे चरण में 10 हजार बेड एवं उपकरण, तीसरे चरण में 30 हजार बेड एवं उपकरण, चौथे चरण में एक लाख बेड एवं उपकरण की व्यवस्था होगी.’
उन्होंने कुछ विशेषज्ञों का हवाला देते हुए कहा कि स्थिति भयावह हो सकती है और इसको लेकर तैयारी करनी होगी. मुख्यमंत्री के मुताबिक, पीजीआई चंडीगढ़ के विशेषज्ञों का अनुमान है कि भारत में सितंबर के मध्य में कोरोना वायरस का कहर अपने चरम पर होगा और देश की 58 फीसदी आबादी इसकी चपेट में होगी.
केंद्र सरकार की ओर दिए जा रहे पैकेज के बारे में पूछे जाने पर Amarinder Singh ने कहा, ‘ 15 हजार करोड़ रुपये पर्याप्त नहीं है. हमारे देश की 1.30 अरब की आबादी में यह कुछ नहीं है.’उन्होंने कहा, ‘राज्यों की स्थिति ऐसी नहीं है वे अकेले लड़ सकें. केंद्र को उनकी पूरी मदद करनी चाहिए.’
सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस संकट के दौरान एक बात अच्छी हुई कि इस दौरान नशीली दवाओं की आपूर्ति ठप हो गई. उन्होंने यह भी बताया कि तबलीगी जमात से जुड़े 651 लोग पंजाब आए थे जिनमें से 636 का पता लगा लिया गया है. इनमें से 27 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं.