अखिलेश ने सपा संरक्षक मुलायम का बड़े धूम-धाम से मनाया जन्मदिन, योगी- मोदी समेत कई दिग्गजों ने दी बधाई
उत्तर प्रदेश के सैफई के बीहड़ में जन्मे समाजवादी पार्टी के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का जन्मदिन बड़े ही धूम धाम से मनाया गया।
उत्तर प्रदेश के सैफई के बीहड़ में जन्मे समाजवादी पार्टी के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का जन्मदिन बड़े ही धूम धाम से मनाया गया। साल 1939 में 22 नवम्बर को इटावा जिले के छोटे से गांव में जन्मे मुलायम सिंह ने एक साधारण से परिवार से निकलकर पूरे यूपी की सियायत में अपना दम-खम दिखाया। वहीं शिवपाल ने मुलायम के पैतृक गांव सैंफई में केक काटकर पार्टी संस्थापक का जन्मदिन मनाया। मुलायम ने कहा कि जिस तरह हमारा जन्मदिवस मनाया जा रहा है, उसी तरह गरीबो का जन्मदिन मनाया जाए। आपको बता दें मुलायम सिंह यादव को पीएम नेरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी जन्मदिन की बधाई दी है।
1992 में सपा संरक्षक ने पार्टी का किया गठन:
मुलायम ने 1992 में समाजवादी पार्टी का गठन किया। इसके अलावा मुलायम सिंह यादव 1996 से 1998 तक देश के रक्षामंत्री भी रहे। 2003 में मुलायम सिंह यादव एक फिर सत्ता में लौटे और यूपी के सीएम बने। फिर 2012 में फिर सपा सत्ता में लौटी लेकिन इस बार मुलायम ने अपने बेटे अखिलेश यादव को सीएम बनाया और सक्रिय राजनीति से थोड़ी दूरी बना ली। हालांकि अभी भी वो मैनपुरी से सांसद हैं और पार्टी के संरक्षक भी हैं।
मुलायम सिंह का राजनीतिक सफर:
मुलायम शुरुआती दिनों में शिक्षक का कार्य करते थे लेकिन लोहिया और उनके साथ के लोगों के संपर्क में आने के बाद सियासत की ओर रुख कर दिया। मुलायम ने राजनीतिक जीवन की शुरुआत सोशलिस्ट पार्टी से की थी। मुलायम सिंह यादव पहली बार 1967 में विधायक चुने गए थे। आपातकाल के दौरान नेता जी 19 महीने तक जेल में रहे। वहीं पहली बार वह 1977 में राज्य मंत्री बनाये गए। 1980 में वह लोकदल के अध्यक्ष बनाए गए। जबकि 1985 के बाद मुलायम ने क्रांतिकारी मोर्चा बनाया और जमकर सुर्खियां बटोरी। मुलायम सिंह यादव 1989 में पहली बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री।1990 में केंद्र में वीपी सिंह की सरकार गिरने के बाद मुलायम सिंह यादव ने चंद्रशेखर के जनता दल (सोशलिस्ट) से जुड़े और मुख्यमंत्री बने रहे। इसमें कांग्रेस का समर्थन भी शामिल था। 1991 में कांग्रेस का समर्थन वापस लेने से मुलायम सरकार गिर गई। 1991 में बीच में ही चुनाव हुए, लेकिन मुलायम सिंह यादव की पार्टी की सरकार नहीं बनी।
इस बार मुलायम सिंह के जन्मदिन पर परिवार होगा साथ:
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन पर अखिलेश और शिवपाल एक मंच पर दिखेंगे और 5 साल बाद परिवार वालों की यह लड़ाई खत्म होगी। वही 2017 में शिवपाल ने कहा था कि उन्हें सपा में सम्मान नहीं मिल रहा, इसलिए पार्टी छोड़ रहे हैं। लेकिन अब अखिलेश यादव ने उनके वापस आने पर पूरा सम्मान देने की बात भी कही है।
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