ग्रामीणों के बहिष्कार के बाद हरकत में आया प्रशासन
मैनपुरी–उत्तर प्रदेश के मैनपुरी के ग्राम पंचायत हिमायूंपुर के मजरा हसरा में पिछड़ेपन का शिकार हुए ग्रामीणों ने जब अपनी आवाज बुलंद करते हुए पोलियो टीकाकरण का बहिष्कार कर दिया तो पूरा प्रशासन हिल गया। सभी आला अधिकारी ग्रामीणों की मान – मनौवल में जुट गए हैं।
बता दें कि भोगांव विधानसभा क्षेत्र के गाँव हसरा में सड़क , पुलिया जैसी बुनियादी सुविधाएँ भी नहीं हैं । इतना ही नहीं यहां टूटे हुए पुल की मरम्मत पर भी किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। ऐसे में स्कूली बच्चे और ग्रामीण खेत पर बनी मेड़ों से अपने गंतव्य तक जाने के लिए मजबूर हैं। ग्राम प्रधान अर्चना चौहान पत्नी राकेश चौहान भी यहां के ग्रामीणों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए केवल आश्वासन देकर चली जाती हैं। लेकिन कल जब गाँव में पोलियो टीकाकरण की तीन सदस्यीय टीम पहुंची तो लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने अपने बच्चों को पोलियो ड्राप पिलाने से मना कर दिया। नाराज ग्रामीणों ने हाथों में ‘ सड़क नहीं तो पोलियो नहीं ‘ के बैनर लेकर जमकर प्रदर्शन किया। जब यह सूचना प्रशासन तक पहुंची तो सभी आला – अधिकारियों के हाथ – पाँव फूल गए। आनन- फानन में वीडीओ , एसडीओ ,तहसीलदार मौके पर पहुंच गए और प्रदर्शन करने वालों को समझाना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं ग्राम प्रधान भी आज ग्रामीणों की समस्याओं पर गौर करती नजर आयीं। सभी अधिकारियों ने जल्द ही गाँव के लोगों की समस्याओं का निवारण करने का आश्वासन दिया है। जिसके बाद ग्रामीणों ने अपने बच्चों को पोलियो ड्राप पिलवाया। लोगों ने यहां तक कहा कि आगामी 16 तारीख तक अगर उनकी समस्याएं नहीं सुनी जाती हैं और कोई कार्यवाही नहीं की जाती है तो वो एक बार फिर से प्रदर्शन करने और पोलियो टीकाकरण का बहिष्कार करने के लिए मजबूर हो जाएंगे। हालाँकि अभी तक डीएम गाँव नहीं पहुंचे हैं।
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मालूम हो कि इलाके के विधायक रामनरेश अग्निहोत्री ने भी इस गाँव की पूरी तरह अनदेखी कर रखी है। एक तरफ पूरे यूपी में प्रधानमंत्री द्वारा चलाये गए ‘ स्वच्छ भारत मिशन ‘ के तहत प्रत्येक गाँव में शौचालयों का निर्माण किया जा रहा है लेकिन इस गाँव की जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। यहां न तो शौचालय बने हैं और न ही उज्ज्वला योजना के तहत एक भी सिलेंडर इन ग्रामीणों को मुहैया कराये गए हैं।
(रिपोर्ट – श्वेता सिंह )