पुलिस की अनोखी पहल से घरेलू कलह से जूझ रहे दम्पत्ति हुए एक

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फर्रुखाबाद–जनपद में पुलिस की एक अनोखी पहल ने जिले में अलग अलग थानों में दर्ज परिवारिक झगडे दहेज प्रथा समेत पति पत्नी के बीच मारपीट के मुकदमो में सभी को आमने सामने बैठा कर सुलह समझौता करवा दिया। 

ख़ास बात यह रही जिन बातो से आपसी कलह पति पत्नियों के बीच होती थी उनको फिर से न दोहराने की कसम भी एसपी ने खिला दी। साथ ही मीठा खिला कर घर के लिए पुलिस लाइन से विदा किया। फिर क्या था जिले के सभी थानों में तक़रीबन 50 दम्पति जोड़े आज फिर एक साथ हो गए और अपना जीवन यापन नए सिरे से शुरू कर दिया। एसपी ने सभी  दम्पति जोड़ो के लिए करवा चौथ पर इसकी विशेष पहल कर मित्र पुलिस के सपने को साकार तो किया ही वही पुलिस का नायाब चेहरा भी जनता के सामने रख दिया। पुलिस की इस विशेष पहल को जनता भी खूब सराह  रही है।वही उन परिवारो का ख़ुशी का ठिकाना नहीं था जिनकी जिंदगी आपसी झगडे में फस कर जहन्नुम बन गयी थी। पुलिस थानों के चक्कर लगाने पड़ते समाज मे लोग कई प्रकार की बाते भी सुनाते थे। 

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जिले के पुलिस लाइन सभागार में एसपी ने तक़रीबन 20 जोड़ो को मीडिया के सामने पेश किया लेकिन जिले के दूरदराज इलाके से कुछ दम्पति नहीं आ पाए। वही कोतवाली फतेहगढ क्षेत्र की निबासी अमित कटियार व उनकी पत्नी के बीच पढ़ाई को लेकर विवाद हो गया जिसमे पत्नी कीर्ति एम ए की पढ़ाई करना चाहती थी लेकिन परिजनों की वजह से पढ़ाई नहीं कर पायी और विवाद इस कदर बढ़ा की होते होते परिजन पुलिस की दहलीज पर पहुच गए। जिसके बाद एसपी ने जब पूरे मामले को समझा तो परिजनों फटकार लगाते हुए आगे की पढ़ाई करवाने के साथ दोनों का समझौता करवा दिया। साथ मे यह भी कहा कि यदि आपकी बहू पढाई करके अपने पैरों पर खड़ी होकर आप लोगो का नाम ही रोशन करेगी।साथ ही साथ परिवार की आर्थिक स्थित मजबूत होगी। 

समझौते से अमित और कीर्ति के साथ उनकी एक साल की बच्ची अब अपने घर के आगन में ख़ुशी के साथ लौट गयी। वही ऐसे कई परिवार थे जिनमे पति शराब पीने का आदी होने के साथ घरेलू झगडे प्रमुख थे लेकिन इन सभी जोड़ी को परिवार के साथ बैठा कर महिला पुलिस के साथ बात की गयी और पुलिस व कोर्ट के चक्कर लगाने की बजाय अपने परिवार के साथ खुशनुमा जिंदगी बिताने का मंत्र दिया।साथ मे उन्होंने कहा कि एक दूसरे पर विस्वास करना बहुत जरूरी है।जिससे कभी भी आपस मे झगड़ा नही होगा।अपने बुजुर्गों का सम्मान भी करना भी आवश्यक है।

(रिपोर्ट- दिलीप कटियार , फर्रूखाबाद)

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