संक्रामक रोग से 10 घंटे के अन्दर दो सगे भाइयों की मौत, 35 बीमार,गांव में दहशत
बहराइच –उत्तर प्रदेश के बहराइच शहर से सटे नहसुतिया गड़रियनपुरवा में संक्रामक रोग तेजी से फैल गया है। 10 घंटे के अंतराल में सगे भाइयों की इलाज के दौरान मौत हो गई। एक भाई ने जिला अस्पताल में दम तोड़ा।
जबकि दूसरे ने लखनऊ मेडिकल कालेज में इलाज शुरू होते ही अंतिम सांस ली। दो बेटों की मौत से परिवार में कोहराम मच गया है। वहीं गांव में 35 लोग बुखार की चपेट में हैं। दहशत का माहौल है। बीमारी फैलने की सूचना पाकर मंगलवार दोपहर बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची है।
बता दें कि तराई में बीमारी से मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है। शहर से सटे ग्राम पंचायत नहसुतिया के गड़रियनपुरवा गांव में सोमवार दोपहर बाद से संक्रामक बीमारी फैली हुई है। गांव निवासी राजू के तीन वर्षीय पुत्र अर्पित व छह वर्षीय पुत्र पंकज की तबियत सोमवार दोपहर बाद अचानक खराब हो गई। दोनों का शरीर बुखार से तपने लगा। असहनीय पेट दर्द शुरू हुआ। इस पर परिवार के लोगों ने दोनों बेटों को आनन-फानन में जिला अस्पताल पहुंचाया। यहां पर इलाज के दौरान अर्पित ने दम तोड़ दिया।
परिवार के लोग विलख उठे। उसके शव को जैसे-तैसे गांव पहुंचाया गया। वहीं जिला अस्पताल में भर्ती पंकज की तबियत भी और बिगड़ गई। डॉक्टरों ने उसे मेडिकल कालेज लखनऊ रेफर कर दिया। परिवारीजन आनन-फानन में वाहन का इंतजाम कर पंकज को लेकर लखनऊ भागे। लखनऊ मेडिकल कालेज में भर्ती कर उसका इलाज शुरू हुआ। रात दो बजे के आसपास पंकज की भी सांसें थम गईं। उसका शव भोर में गांव पहुंचा तो परिवारीजन पछाड़े खा-खाकर गिरने लगे।
उधर गांव में प्रत्येक परिवार का कोई न कोई सदस्य बुखार और पेट दर्द की चपेट में है।35 लोग बीमार हैं। दो सगे भाइयों की मौत की सूचना पाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम मंगलवार दोपहर में गांव पहुंची। चिकित्साधिकारी सत्यप्रकाश गुप्ता की अगुवाई में गांव में कैंप लगाकर बीमार लोगों का इलाज शुरू किया गया है। चिकित्साधिकारी ने बताया कि 111 लोगों का रक्त परीक्षण किया गया है। इनमें ३५ लोग बुखार से पीड़ित मिले हैं। गंभीर पांच रोगियों को जिला अस्पताल रेफर किया गया।
(रिपोर्ट-अनुराग पाठक,बहराइच)