लखनऊ में स्वच्छता अभियान की ब्रांड एम्बेसडर बनीं महंत देव्यागिरी
लखनऊ– राजधानी में स्वच्छता अभियान की ब्रांड अंबेसडर मनकामेश्वर मंदिर और मठ की महंत देव्यागिरि ने सफाई कार्यक्रम के जरिये समाज से हमेशा स्वच्छता की अपील की है। घाटों, तालाबों और कुओं की सफाई के बाद उन्होंने गोमती की सफाई के लिए भी काफी कुछ किया।
लखनऊ में स्वच्छता अभियान की ब्रांड अंबेसडर मनकामेश्वर मंदिर व मठ की महंत देव्यागिरि ने सफाई कार्यक्रम के जरिये समाज से हमेशा स्वच्छता की अपील की है। घाटों, तालाबों और कुओं की सफाई के बाद उन्होंने गोमती की सफाई के लिए भी काफी कुछ किया। बड़े मंगल पर होने वाले भण्डारों के बाहर वह खुद लोगों की ओर से फेंकी गई भोजन सामग्री व प्लास्टिक के ग्लास और कटोरियों को बिना किसी संकोच के उठाती हुई देखी गईं। अपने अभियान में वे अकेले चलीं लेकिन धीरे-धीरे उनके पीछे भक्तों का कारवां ऐसा चला कि राजधानी के कई इलाकों में स्वच्छता दिखाई देने लगी। उन्होंने अपनी पहल से हमेशा लोगों को स्वच्छता का संदेश दिया। यही कारण रहा कि नगर निगम ने उनको राजधानी में स्वच्छता का ब्रांड अंबेसडर नामित किया।
महंत देव्यागिरि ने कहा कि व्यक्ति को अपने आसपास साफ-सुथरा वातावरण रखना चाहिए। सफाई से तन और मन दोनों ही स्वस्थ रहते हैं। स्वस्थ माहौल होने पर ही समाज की उन्नति संभव है। वे अपने धार्मिक या सामाजिक कार्यक्रमों में हमेशा लोगों से यही कहती नजर आती हैं कि देश और प्रदेश की उन्नति के लिए स्वस्थ वातावरण का होना बहुत जरूरी है।
उनका कहना है कि सफाई को लेकर किसी को भी संकोच नहीं करना चाहिए। महंत देव्यागिरि बताती हैं कि वर्ष 2008 से उन्होंने सफाई की मुहिम की शुरुआत की। बाराबंकी का धोबिया घाट हो या फिर वहां के अन्य तालाब व कुएं। जहां उन्होंने अभियान चलाया वहां आज सफाई दिखाई देने लगी है। लखनऊ का कुड़ियाघाट हो या फिर अन्य सामाजिक स्थल, समाज के आह्वान पर हमेशा उन्होंने स्वच्छता की पहल की। जरूरत झाडू लगाने की पड़ी तो उसमें भी वे कहीं पीछे नहीं रहीं।