न्याय के लिए दर-दर भटकता दरोगा का परिवार, दबंगो ने किया जीना मुहाल
प्रतापगढ़ — रिटायर्ड दरोगा के परिवार पर दबंगों पड़ोसी जमकर कहर बरपा रहे है । वहीं पीडित परिवार न्याय की खातिर लगातार अधिकारियों की चौखट के चक्कर लगा रहे है। जबकि पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले को ठंढे बस्ते में डाला दिया।
बता दें कि मामला प्रतापगढ़ जिले के कोहड़ौर कोतवाली क्षेत्र का है । अब जरा गौर से देखिये इस घायल परिवार को जो रिटायर्ड दरोगा का है, जिसका गांव के दबंग ने जीना मुहाल कर रखा है । दरअसल कोहड़ौर कोतवाली के हथसारा गांव में रहने वाला रिटायर्ड दरोगा का परिवार डेढ़ माह से आलाधिकारियों की चौखट के चक्कर लगा रहा है। दरोगा की पत्नी और बेटी का आरोप है कि बीते जुलाई माह की 6 तारीख को पड़ोसी दबंगो ने मामूली विवाद में मारपीट कर घायल कर दिया जिसकी सूचना थाने में दी गई। लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाई नही की जिसके चलते दबंगो का मनोबल बढ़ता गया और 12 जुलाई को दोबारा दर्जनों की संख्या में दबंगो ने धावा बोल दिया। जो जहां मिला उसकी पिटाई शुरू कर दी और घर मे घुस कर घर का सारा सामान तोड़ दिया।
इस बाबत एक बार फिर थाने में दरखास्त दी गई लेकिन दबंगो के प्रभाव में आजतक पुलिस गांव में जांच को नही पहुंची। जबकि दरोगा का परिवार इस बाबत लगातार थाने से लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के चक्कर लगा रहा है। आपको बता दें कि ये परिवार उसी जाती से ताल्लुक रखता है जिसको सत्ता पक्ष लोगो ने चौपाल के बाद भोजन के लिए चुना था । अब सवाल यह कि आखिर इस कुनबे को कब तक यू ही भटकना पड़ेगा आखिर इस परिवार को कब मिलेगा न्याय?
उधर इस मामले में जब पुलिस अधीक्षक से बात की गई तो उनका जवाब था कि दोनों पक्षो में मारपीट हुई है मुकदमा दर्ज जांच की जा रही है। लेकिन इस बात का जवाब अनुत्तरित रह गया कि यदि छह जुलाई की घटना के बाद पुलिस कार्यवाई करती तो दुबारा 12 जुलाई की घटना होने से बच सकती थी और दरोगा के परिजनों को यू घायलावस्था में दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर न होना पड़ता।
उल्लेखनीय है कि पुलिस के इसी टालमटोल के रवैये के चलते जिले में अपराधियों के हौसले बुलंद है। जिले में आये दिन दिनदहाड़े हत्या, लूट जैसी संगीन वारदातों को अंजाम देकर अपराधी आराम से फरार हो जाते है। लेकिन पुलिस किसी भी संगीन वारदात का खुलासा कर पाने में लगातार असफल साबित हो रही है।
(रिपोर्ट-मनोज त्रिपाठी,प्रतापगढ़)