पुलिस की मुनादी पर उठे सवाल !
प्रतापगढ़– अपराध का गढ़ बने प्रतापगढ़ में अपराधियो पर नकेल लगाने की खातिर पुलिस ने पुराना तरीका अपनाया । नए ढंग से गांव- गांव मुनादी करवा के अवैध असलाह रखने वाले और चोरी की बाइक रखने वालो से जमा कर पुलिस की मदद करने की गुजारिश कर रही है। यदि किसी घर से इस तरह की बरामदगी होती है तो पूरे परिवार को जेल भेजने की चेतावनी भी दे रही है।
जिले के पुलिस कप्तान अपराध के ग्राफ को कम करने और अपराधियों पर नकेल कसने में जुटे है । पहले मुनादी के द्वारा किसी बात को आम जन तक पहुचाया जाता था। जिसे प्रतापगढ़ के एसपी देवरंजन वर्मा ने हाईटेक तरीके से अपनाया है। सिपाहियों को बाकायदा इसकी ट्रेनिंग भी पुलिस लाइन में दी जा रही है और ये ट्रेनिंग खुद एसपी देने में जुटे है। पुलिस कर्मी गांव गांव जा कर लाउडस्पीकर के मार्फ़त अवैध असलहो को पुलिस के सुपुर्द करने और चोरी की बाइक को पुलिस के सुपुर्द करने तथा अपराधियो की सूचना देने की गुजारिश जनमानस से कर रहे है तो वही चेतावनी भी दे रहे है कि अगर किसी के घर से इस तरह की बरामदगी अगर होगी तो पूरे परिवार को जेल भेज दिया जाएगा। मुनादी करने वालो बीट के पुलिस कर्मियों और थानों से लगातार प्रगति रिपोर्ट लेने के लिए एक इंस्पेक्टर के नेतृत्व दर्जनों कांस्टेबल को लगाया गया है जिसकी निगरानी खुद एसपी देवरंजन वर्मा कर रहे है।
हमेशा मीडिया से दूरी बना कर रहने वाले राजा भइया पुलिस की उस मुनादी के खिलाफ मुखर हो उठे जिसमे पुलिस अपराधियो को संरक्षण देने वाले परिवार के सदस्य एव रिस्तेदारो को भी जेल भेजने की तैयारी में जुटी है और बाकायदा इसकी मुनादी गांव गांव की जा रही है। परिवार को जेल भेजने की मुनादी जब पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह राजा भइया तक पहुची तो राजा भइया आज जिला मुख्यालय स्थित अपने आवास पहुचे और प्रेसवार्ता बुलाई। इस प्रेसवार्ता में पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप उर्फ़ राजा भइया ने मीडिया के सामने मोबाइल की स्क्रीन पर मुनादी का वीडियो दिखाते हुए पुलिस की कार्यशैली पर ही सवाल उठा दिया। उनका कहना है कि क्या अपराध में संलिप्त लोगो के परिजनों को दोषी ठहरा कर जेल भेजना सही है। यह विधि समत्त नहीं है, न ही शासन का ऐसा कोई फरमान है। इस मसले को विधान सभा में उठाऊंगा और इसका विरोध करूंगा।
(रिपोर्ट-मनोज त्रिपाठी, प्रतापगढ़)