मेरठःअखिलेश यादव के 45वें जन्मदिन पर काटे गए 45 केक
मेरठ — प्रदेश में भले ही सपा की सरकार ना हो लेकिन आज भी सपा के कार्यकर्ता अपने मुख्यमंत्री की ताजपोशी की खुमारी से भरे हुए हैं। ताजपोशी का मतलब यह है कि आज भी सपा के समर्थक उन्हें प्रदेश ही नही बल्कि देश की सत्ता यानी प्रधानमंत्री की कुर्सी पर देखना चाहते हैं।
इसलिए अपने मुखिया अखिलेश यादव का जन्मदिन मनाने के लिए रविवार को जोश में भरे दिखाई दिए। यह जोश भी कुछ अलग हटकर था आइए आपको बताते हैं जोश समाजवाद के लिए कैसे अलग है।
पूर्व मुख्यमंत्री भले ही सत्ता की कुर्सी पर से जनता ने उतार दिया हो लेकिन आज भी उनके समर्थक कार्यकर्ता अपने पार्टी के वोटरों को बनाएं रखने के लिए कुछ ना कुछ नया करने की कोशिश करते हैं।मेरठ के कमिश्नरी पार्क में जहां रोज किसी ने किसी प्रदर्शन के चलते जिंदाबाद मुर्दाबाद के नारे सुनने को मिलते हैं वही अखिलेश यादव के जन्मदिन के अवसर पर अखिलेश यादव की लंबी उम्र की कामनाएं की जा रही है । साथ ही उनके 45 वें जन्मदिन पर कार्यकर्ताओं ने 45 तरह के केक काटकर एक दूसरे को खिलाया। कुल मिलाकर इस बर्थडे पार्टी का आयोजन सपा के कार्यकर्ता या यूं कहें बसपा से किठौर सीट पर विधायक का चुनाव लड़ चुके बाबर खरदौनी जो अब सपा में आ गए हैं ने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ उनके जन्मदिन की खुशियां मनाई।
हालांकि इसे राजनीति चश्मे से देखा जाए तो ये भी पार्टी को आने वाले 4 सालों तक जिंदा रखने के लिए एक स्टन्ट ही है। यह छोटे-छोटे मुद्दे हैं जिससे कार्यकर्ताओं में जोश भरा रहता है।एक दूसरे को यह केक खिलाना केवल जन्मदिन मनाना नहीं है पार्टी के कार्यकर्ताओं में जोश भरना भी एक इनका मकसद है।
समाजवाद की एक युवाओं की नई सोच जो कि अब राजनीति में एक अपना कैरियर बनाना चाहते हैं वह आज जहां से आंदोलन होते हैं आंदोलन की रणनीति तैयार होती हैं वह वहां से आंदोलन न करके लोगों को जोड़ने का काम कर रहे हैं। वह भी कई लोगों को स्ट्रॉबेरी केक खिलाकर तो कहीं पाइनएप्पल खिलाकर तो कहीं चॉकलेट तरह तरह की की की जो पटकथा लिखी गई है उस पटकथा का मतलब अपने नेता तक अपनी आवाज पहुंचाना है समाजवाद की आवाज उनके मुखिया तक एक मिठास बनकर पहुंचेगी क्योंकि यह एक नई सोच युवाओं की है और इस सोच में समाजवाद छुपा है।
(रिपोर्ट-अर्जुन टंडन,मेरठ)