‘मजदूर का बेटा इंजीनिरिंग करेगा उसका पैसा सरकार देगी’-स्वामी प्रसाद मौर्य
फर्रुखाबाद–जिले में भाजपा नेता की दुर्घटना में मौत होने के बाद पहुंचे उत्तर प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने सरकार की योजनाओं को बताया साथ की कहा कि सरकार मजदूरों के लिये कई कल्याणकारी योजनाओं को चला रही है। वही उन्होंने कहा कि विधवा विवाह करने वाली महिलाओं को सरकार आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी।
भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रो० शैतान सिंह शाक्य की मार्ग दुर्घटना में घायल होने के बाद उपचार के दौरान मौत हो गयी थी।उनके अंतिम संस्कार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य पंहुचे।स्वर्गधाम पंहुचने के बाद उन्होंने उनके लिए अंतिम दर्शन किये वही सभी के साथ दो मिनट का मौन धारण किया उसके बाद आवास विकास स्थित निवास पर जाकर भी उनके परिजनों को सांत्वना दी।बाद में वह फतेहगढ़ के निरीक्षण भवन पंहुचे।जंहा उन्होंने कहा कि उन्होंने मंत्री बनने के बाद अपने सेवायोजन विभाग के माध्यम से लगभग 75 हजार बेरोजगारों को नौकरी दी। उन्होंने बताया की पंजीकृत मजदूरों के लिये उन्होंने कई योजनाओं का संचालन किया किया।यदि मजदूर का बेटा या बेटी इंजीयरिंग व मेडिकल की पढाई करता है तो सरकार उसके सरकारी विधालय की फ़ीस अपने पास ने वहन करेगी।
उन्होंने बताया की विधवा व अंतरजातीय विवाह करने वाली महिलओं को सरकार 72 हजार की आर्थिक सहायता देगी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि जल्द मजदूरों को मध्यान भोजन योजना के माध्यम से भोजन उपलब्ध कराया जायेगा। इसके लिये टेंडरिंग प्रक्रिया चल रही है।जल्द बड़े शहरों में यह योजना शूरू की जायेगी। उसके बाद सभी जिलों में इसका संचालन किया जायेगा। मंत्री ने कहा की वह लगभग यूपी के 22 जिलों में गये।जहां उन्होंने कैम्प लगाकर मजदूरों को सरकारी योजनाओं का पंजीकरण किया।इसको बड़े पैमाने पर शुरू किया जायेगा।
मंत्री ने यह भी कहा की बाल श्रम को लेकर सरकार गम्भीर है।इसके लिये उन्होंने बाल श्रमिकों के परिजनों व नियोजन को चेतावनी देकर कहा कि वह बाल श्रम ना कराये।नही तो जल्द अभियान चलाकर कार्यवाही करायी जायेगी।भट्टे पर काम करने वाले मजदूरों के विषय में उन्होंने कहा कि उनका भी पंजीकरण श्रम विभाग में होता है लोकसभा चुनाव के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया की गोरखपुर चुनाव को चुनौती के रूप में ले रहे है।जीत हार लगी रहती है लेकिन इसके लिये आत्ममंथन करने की जरूरत है।
(रिपोर्ट- दिलीप कटियार, फर्रूखाबाद)