निकाय चुनाव: मेयर के टिकट के लिए छिड़ी ” महाभारत “, ये हैं 3 सबसे मजबूत दावेदार
लखनऊ — लखनऊ से मेयर पद के लिए बीजेपी के भावी प्रत्याशियों को लेकर अवध क्षेत्र की अहम बैठक गुरुवार को होनी है। इस बीच टिकट को लेकर पार्टी के कद्दावर नेताओं के बीच पर्दे के पीछे महाभारत छिड़ी हुई है। संगठन और पार्टी सूत्रों के मुताबिक, टिकट के लिए रेखा गुप्ता, अलका दास गुप्ता और संयुक्ता भाटिया के बीच त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा है। तीनों के लिए पार्टी के बड़े नेता जिस तरह से पैरवी में जुटे हैं, उसे देखते हुए मुकाबला काफी दिलचस्प मोड़ पर आ गया है, हालांकि बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, गुटबाजी तेज होने पर संगठन किसी नए चेहरे को अपना उम्मीदवार बनाकर सबको चौंका भी सकता है।
जानिये कौन हैं ये तीनो सबसे मजबूत दावेदार –
रेखा गुप्ता :
बीजेपी से मेयर का टिकट पाने की दौड़ में शामिल रेखा गुप्ता लखनऊ में लम्बे समय तक नगर निगम और एलडीए में तैनात रहीं हैं। माना जाता है कि वह लखनऊ के प्रशासनिक ढांचे को खूब समझती हैं। वह एलडीए के पूर्व उपाध्यक्ष दिवाकर त्रिपाठी के साथ लंबे समय तक काम कर चुकी हैं। दिवाकर त्रिपाठी इस समय लखनऊ के सांसद व गृह मंत्री राजनाथ सिंह के प्रतिनिधि हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि लखनऊ समेत दिल्ली के प्रशासनिक अधिकारी भी रेखा गुप्ता के पक्ष में लामबंद हैं।
संयुक्ता भाटिया:
संयुक्ता भाटिया को भी टिकट पाने वालों में मजबूत दावेदार के तौर पर देखा जा रहा है। उनके परिवार की पृष्ठभूमि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ी है। उनके पति सतीश भाटिया लखनऊ कैंट से बीजेपी के टिकट पर दो बार विधायक रह चुके हैं। उनके बेटे प्रशांत भाटिया राष्ट्रीय स्वयं संघ के विभाग कार्यवाह (लखनऊ विभाग) हैं। पिछले दिनों हुए इंटरव्यू के दौरान 80 फीसदी वॉर्ड संयोजक और प्रभारी भी उनके पक्ष में थे।
अलका दास गुप्ता:
मेयर प्रत्याशी के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री और लखनऊ के पूर्व मेयर अखिलेश दास गुप्ता की पत्नी अलका दास गुप्ता के नाम ने भी हलचल बढ़ा दी है। पार्टी के भीतर अलका दास को लेकर कयासों का बाजार 23 अक्टूबर से डॉ. अखिलेश दास गुप्ता मार्ग का लोकार्पण होने के साथ शुरू हुआ था। इस समारोह में उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा के अलावा कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक भी मौजूद थे। पूर्व मेयर अखिलेश दास गुप्ता की पत्नी अलका दास गुप्ता को टिकट देने के लिए कांग्रेस रणनीतिकार भी सक्रिय हो गए हैं। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने मंगलवार को फोन कर करीब एक घंटे उनसे बात की। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी की तरफ से उन्हें मेयर प्रत्याशी बनाए जाने का भरोसा दिलाया गया, हालांकि उनकी ओर से यह कहते हुए प्रस्ताव खारिज कर दिया गया कि वह अगले एक साल तक इस क्षेत्र में नहीं आना चाहतीं। पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश दास की पत्नी ने रविवार शाम करीब 6 बजे गोमती नगर के एक होटल में भाजपा के संगठन मंत्री सुनील बंसल से मुलाकात की है। बीजेपी सूत्रों के अनुसार “यह मुलाकात गोपनीय थी। इस मुलाकात बारे में किसी को जानकारी नहीं थी।” वहीं, इस मुलाकात के बाद कई मायने निकाले जा रहे हैं। माना जा रहा है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश दास की पत्नी को पार्टी मेयर पद का उम्मीदवार घोषित कर सकती है।