यहां आधी-अधूरी टीम के भरोसे चल रही फायर ब्रिगेड
फर्रुखाबाद– गालिब का मशहूर शेर है ‘यह माना के तगाफुल न करोगे लेकिन, खाक हो जाएंगे हम तुमको खबर होने तक’। समीक्षकों ने इसके न जाने कितने अर्थ निकाले होंगे,
लेकिन मौजूदा दौर में अग्निशमन सेवाओं की स्थिति पर नजर डालें तो यह दावा किया जाना भी गलत नहीं होगा कि ‘शेर’ एक सदी पूर्व इसी पृष्ठभूमि में लिखा गया होगा। पुरातन उपकरणों और बिना लीडर की आधी-अधूरी टीम के भरोसे चल रही फायर ब्रिगेड का समय पर पहुंचना तो छोड़िए अगर समय पर खबर तक पहुंच जाए तो बहुत समझिए।
फर्रुखाबाद की 603 ग्राम सभाओं व आधा दर्जन निकायों पर आधारित जनपद की लगभग 20 लाख की आबादी की आग से सुरक्षा के लिए जनपद में मात्र 4 महिला हेड कांस्टेबिल, चार ड्राइवर व 21 फायर मैन हैं। जिला मुख्यालय पर स्थित एक मात्र फायर स्टेशन पर उपकरणों के नाम पर एक बड़ा व दो छोटे फायर टेंडर हैं। इसके अलावा तीन बुलेरो जीप हैं। जिन पर एक पंप रखकर रवाना कर दिया जाता है। मौके पर कहीं पानी की उपलब्धता हुई तो उसे पंप कर आग बुझाने का प्रयास किया जाता है। एक अप्रैल से एक फायर टेंडर कायमगंज और एक बोलेरो अमृतपुर में अस्थाई तौर पर भेज दी जाती है। दोनों स्थानों पर कोई स्थायी कार्यालय न होने के कारण आग लगने पर पहले सूचना जिला मुख्यालय जाती है, वहां से संबंधित तहसील पर उपलब्ध वाहन पर तैनात कर्मचारियों को सूचित किया जाता है। फायर स्टेशन पर लगा बेसिक फोन 234101 भगवान भरोसे रहता है। काफी मामलों में तो अग्निशमन विभाग का वाहन पहुंचने से पहले ही ग्रामीण अपने संसाधनों से आग बुझा चुके होते हैं।
जिले की 603 ग्राम पंचायतों में प्रत्येक पर 4 स्ट्रप पंप, 24 बाल्टी, 4 बेलचा, 2 बड़ी कुल्हाड़ी, 2 कुदाल, 215 फीट की सीढ़ी, 4 पेट्रोमैक्स, 4 टार्चबत्ती, 1 अलार्म (घंटा) पंचायत घरों में रखने के निर्देश हैं। हालांकि विभागीय लापरवाही और निर्वाचित माननीयों की मनमानी के चलते नियमों का पालन नहीं होता है। कोई दुर्घटना होने पर कागजी घोड़े सरपट दौड़ना शुरू कर देते हैं, और धुंआ छंटते ही खामोश होकर बैठ जाते हैं। कहने को तो जनपद में एक एफएसओ व दो एसएसओ के पद सृजित हैं। तीनों पद रिक्त चल रहे हैं। कहने को तो विभाग में चार महिला कांस्टेबिल भी हैं, लेकिन चार्ज एक प्रोन्नत हेड कांस्टेबिल भंवर सिंह के पास है।
माह ——दुर्घटनाएं – क्षति (लाख में)
जनवरी —- 6 ——– 1
फरवरी —- 10 ——10.71
मार्च ——- 13 ——14.31
अप्रैल —– 35 – —-44.59
मई – ——18 —— 9.61
जून —– 12 – ——8.84
जुलाई – —-7 —– 1.41
अगस्त – —-4 —– 0.40
सितंबर – —-3 —– 0.30
अक्टूबर – —-8 – —-3.70
नवंबर —–5 – —-3.55
दिसंबर —– 5 —– 9.25
कुल – —-123 – —-107.38
इस वर्ष —– 34 – —-16
(रिपोर्ट – दिलीप कटियार , फर्रुखाबाद )