सुहागरात के दिन कुछ इस अंदाज में फरार हुई दुल्हन, भाई निकला पति
न्यूज डेस्क– मध्य प्रदेश के खंड़वा में महिला दलाल के चंगुल में फंसकर एक युवक धोखे का शिकार हो गया। दलाल ने जिस युवती से युवक की शादी कराई वह 12 घंटे भी ससुराल में नहीं रुकी। दूल्हा जब सुबह उठा तो दुल्हन सारे जेवरात और 50 हजार रुपए लेकर भाई के साथ फरार हो चुकी थी।
पूछताछ की तो पता चला जिसे दुल्हन भाई बता रही थी, असल में वही उसका पति था। दूल्हे की शिकायत पर पुलिस ने दलाल महिला, दुल्हन, उसके पति व मामा के खिलाफ केस दर्ज कर महिला दलाल को बुधवार रात गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने गुरुवार सुबह आरोपी महिला को सामने लाते हुए पूरी कहानी का खुलासा किया।
जाने क्या था पूरा मामला
विकास पिता स्व. परसराम साहनी (32) निवासी टैगोर कॉलोनी क्षेत्रीय पार्षद सागर आरतानी व परिजनों के साथ मंगलवार को एसपी कार्यालय पहुंचा। विकास ने एसपी नवनीत भसीन को बताया कि उसकी एक शादी पहले ही टूट चुकी है। शादी टूटने के बाद परिवार काफी समय से दूसरा रिश्ता तलाश रहा था। मोहल्ले की एक महिला ने उसकी मां को रिश्ते कराने वाली हापला-दीपला की महिला रजिया पति शिवपाल सोलंकी के बारे में बताया।
फोटो देख अगले ही दिन करवा दिया विवाह
– शुक्रवार 23 मार्च को रजिया घर आई और महाराष्ट्र के औरंगाबाद की एक युवती की फोटो दिखाई, जो सभी को पसंद आई। रिश्ता पक्का होते ही शनिवार 24 मार्च को शादी का दिन तय हुआ। शनिवार दोपहर दुल्हन रमा (24), मामा शिवाजी पिता भागजी धनेधर निवासी अकोला व भाई संदीप जगताप (32) खंडवा पहुंचे। शाम 7 बजे शिवाजी चौक स्थित आर्य समाज मंदिर में विवाह हुआ। इसके बाद दुल्हन रमा, मामा व भाई (पति) को लेकर उनके घर आ गई। जहां पर साहनी परिवार ने मामा व भाई की मेहमान नवाजी की। इसके बाद कथित मामा शिवाजी चला गया।
रात भर भाई के साथ देखती रही टीवी
– रात होने पर परिजनों ने दुल्हन रमा को पति विकास के साथ जाने को कहा तो उसने रविवार को पूजा के बाद पति के साथ रहने का बहाना बना दिया। इसके बाद परिवार सो गया, जबकि दुल्हन रमा व भाई संदीप देर रात तक टीवी देखते रहे। विकास और परिजन जब सुबह उठे तो दुल्हन और उसका भाई दिखाई नहीं दिए। काफी तलाशने के बाद परिजनों ने दलाल महिला, दुल्हन, मामा व भाई को फोन लगाया, लेकिन सभी के फोन बंद मिले। घर की अलमारी देखी तो परिवार द्वारा दिए गहने, जिसमें मंगलसूत्र, सोने की चेन, अंगूठी सहित अन्य गहने एवं 50 हजार रुपए नकद गायब थे। लोक-लाज के चलते पीड़ित परिवार ने पहले तो बात छिपाए रखी, लेकिन मंगलवार को परिजनो ने एसपी से शिकायत किया।
भाई से लेकर मामा तक सभी भर्जी निकने
दुल्हन रमा ने जिस संदीप जगताप को अपना भाई बताया था वह उसका पति था। परिजनों ने जब रमा का आधार कार्ड देखा तो उसमें संदीप पति निकला। शिवाजी भी मामा ना होकर धोखाधड़ी करने वाला साथी था। शिकायत के बाद पुलिस ने महिला दलाल को हिरासत में ले लिया, जबकि दुल्हन, पति व मामा बनकर रिश्ता कराने आए व्यक्ति की तलाश में जुटी है।