शर्मनाक ! 15 हजार के लिए ढाई महीने तक अस्पताल में पड़ा रहा कोरोना संक्रमित का शव…

15 हजार के लिए ढाई महीने तक नहीं मिला पति का शव, बच्चों को लेकर दर-दर भटकती रही पत्नी

0 744

उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां मेरठ मेडिकल कॉलेज ने मानवीय संवेदनाओं को तार-तार कर दिया। दरअसल अस्पताल स्टाफ को 15 हजार रूपये ना देनें पर कोरोना संक्रमित का शव देनें से इंकार कर दिया। करीब ढ़ाई महीनें बाद आखिर में एनजीओ की मदद से उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।

ये भी पढ़ें..बेकाबू ट्रक ने दरवाजे पर बैठे 10 लोगों को कुचला, 5 बच्चों की दर्दनाक मौत

ढाई महीने तक अस्पताल में पड़ा रहा शव

जानकारी के अनुसार बिहार निवासी एक व्यक्ति नरेश हापुड़ के पन्नापुरी में अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ रहता था। ढ़ाई माह पूर्व कोरोना संक्रमित होने के बाद हापुड़ जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया,वहां से मेरठ मेडिकल में शिफ्ट किया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। मृतक की पत्नी ने आरोप लगाया कि स्टाफ ने 15 हजार की रसीद कटवाने अन्यथा शव का अंतिम संस्कार की बात कही ।

पैसा ना होने पर महिला अपने बच्चों को लेकर बिहार चली गई। तीन दिन बाद मेरठ मेडिकल ने नरेश का शव हापुड़ प्रशासन को सौंपा। प्रशासन ने मृतक की पत्नी गुड़िया का पता लगाकर उसके पति का शव सौंपा और चौराखी पर जाकर अंतिम संस्कार करवा दिया।

जानें हापुड़ सीएचसी ने किया कहा

Related News
1 of 887

वहीं इस मामले में हापुड़ सीएचसी प्रभारी डॉ. दिनेश खत्री का कहना है कि मृतक के भाई को मेरठ के अस्पताल से पॉजिटिव की बात बताई गई थी, लेकिन वह यह बात सुनकर भाग गया था। तब से उसने अब तक अपना मोबाइल भी स्विच ऑफ भी किया हुआ है। अब मृतक के मकान मालिक व उसकी पत्नी को ढूंढ कर शव उनके सुपुर्द कर दिया गया है।

ये भी पढ़ें..गर्लफ्रेंड का था दादा के साथ अफेयर ! जिसे समझता रहा बेटा वो निकला चाचा, ऐसे खुला राज

ये भी पढ़ें..पॉर्न फिल्में देख छोटे भाई से संबंध बनाने लगी 9वीं की छात्रा, प्रेग्नेंट होने पर खुला राज, सदमे में परिजन…

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं…)

(रिपोर्ट- विकास कुमार, हापुड़)

Get real time updates directly on you device, subscribe now.

Comments