…जब मुर्दों ने किया जिलाधिकारी आवास का घेराव !
एटा– एटा में मुर्दों ने जिलाधिकारी आवास का किया घेराव जी हॉं, ये सुनकर आपको आश्चर्य जरुर हो रहा होगा लेकिन यही सच है, क्योंकि मतदाता सूची में उन्हें मृत दर्शा दिया गया है? बेचारे अपने जीवित होने का प्रमाण लेकर सैकड़ों की तादाद में ये लोग अलीगंज से बीजेपी विधायक सत्यपाल सिंह राठौर के साथ अपने जीवित होने का प्रमाण लेकर पहुंचे।
बड़ी संख्या में अलीगंज विधानसभा से बीजेपी विधायक सत्यपाल सिंह राठौर समेत सैकड़ो की भारी संख्या में मृत वोटरों ने डीएम के आवास का घेराव किया है। ये वो मुर्दे हैं जिन्हें वोटर लिस्ट में या तो मृत दिखा दिया गया है या फिर उनके नाम काट दिये गये है। ऐसे एक नाम नही बल्कि हजारों की संख्या में ऐसे मतदाताओं को मृत दिखाया गया जो जीवित है। जीवित होते हुए भी वोटर लिस्ट में मृतक दर्शाए जाने के बाद अब इन्हें अपने जीवित होने के प्रमाण पत्र के साथ जंग लड़नी पड़ रही है।
मतदाता सूची में बीएलओ-तहसीलदार द्धारा इतनी बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं के नाम हटाने को लेकर विधायक ने इसे षणयंत्र करार दिया है । वोटर लिस्ट में मतदाताओं का संशोधन क्षेत्र का बीएलओ करता है जबकि बीएलओ सहित उसके परिवार के भी वोट काट दिए गए है। वही क्षेत्रीय विधायक ने अलीगंज तहसील की सरकारी मशीनरी एसडीएम, तहसीलदार, लेखपाल सभी पर वोटर लिस्ट में घपला करने का आरोप लगाया है। अलीगंज विधानसभा में 20 हजार 668 भाजपा मतदाताओं को मृत दर्शाने या फिर नाम काटे जाने से 2019 के आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी विधायक ने इसे अलीगंज तहसील प्रशाशन और पूर्व सपा विधायक रामेश्वर सिंह यादव की साजिश करार दिया है।
वही कई दिनों से काफी शिकायत और लाख कोशिशे करने के बाद भी उनकी कोई सुनवाई ना होते देख बीजेपी विधायक सत्यपाल राठौर ने पूरे मामले में दोषियों के खिलाफ एफ आई आर और अलीगंज तहसील के दोषी सरकारी कर्मचारियो के निलंबन किये जाने की चेतावनी देते हुए कहा कि यदि इन दोषियों पर कार्यवाही नहीं की गयी तो वो 19 मार्च से अपनी ही सरकार में जिला कलेक्ट्रेट पर धरने पर बैठ जाएंगें,इसलिए प्रशासन इस निर्वाचन लिस्ट में धांधली के दोषीयो पर तत्काल कार्यवाही करें।
(रिपोर्ट-आर. बी. द्विवेदी , एटा )