निकाय चुनाव : AAP की यह मेयर कैंडिडेट निकली फर्जी !
लखनऊ–आम आदमी पार्टी (AAP) की मेयर कैंडिडेट प्रियंका माहेश्वरी पर उन्हीं की पार्टी के पदाधिकारियों ने फर्जी होने का आरोप लगाया है। पदाधिकारियों ने सामूहिक तौर पर लिखित शिकायत करते हुए आप के प्रवक्ता संजय सिंह से कहा, प्रियंका ने सभी पदाधिकारियों की ओर से फर्जी सहमति पत्र तैयार करके अपने को मेयर प्रत्याशी बनाया है।
वहीं, आप के प्रदेश प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने बताया, ”एक षड्यंत्र के तहत उन्हें प्रत्याशी बनाया गया था, जबकि किसी से कोई राय नहीं ली गई थी। हमें पूरी डिस्ट्रिक्ट कमेटी की ओर से लिखित शिकायत आई है। इस पर सोमवार को बैठक बुलाई गई है, जिसमें निर्णय होगा। फिलहाल कोई प्रत्याशी नहीं बनाया गया है। ”प्रदेश प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने बताया, आम आदमी पार्टी के लखनऊ जिला संयोजक गौरव माहेश्वरी ने अपनी पत्नी को मेयर प्रत्याशी बनाने के लिए एक षड्यंत्र रचा था। जिसका खुलासा हो गया है। पिछली बार मीटिंग में हमारे यहां निर्णय लिया गया था कि जिला स्तरीय कमेटी ही निकाय चुनावों में टिकट को आपसी सहमति पत्र बनाकर फाइनल करेंगी। लेकिन गौरव माहेश्वरी ने अपने पद का दुरूपयेाग करते हुए और किसी से बैठक करके सहमति लेने के बजाय व्हाट्सप पर एक मेसेज लिखा कि ”प्रियंका माहेश्वरी को सभी सदस्यों की सहमति से मेयर प्रत्याशी बनाया गया है, आपकी हां का इंतेजार है।”
अब व्हाट्सएप पर इस प्रकार का मैसेज देखने के बाद सबने कहा, जब चुन लिया गया है, तो हां ही कर देते हैं। जिसके बाद सभी ने हां लिखकर प्रेषित कर दिया।व्हाट्सएप पर हां मिलने के बाद सभी की ओर से बैठक बुलाई गई, जिसमें व्हाट्सएप पर हुए निर्णय पर सामूहिक चर्चा होनी थी, लेकिन बैठक में सामूहिक चर्चा के दिन प्रियंका माहेश्वरी वहां बैंड बाजे के साथ और मीडिया को लेकर पहुंची। डिस्कशन के बजाय जिला संयोजक उनके पति गौरव माहेश्वरी ने उन्हें बतौर प्रत्याशी मिलवाया। फिर मीडिया में भी उसी वक्त घोषणा कर दी गई।
बता दें, आम आदमी पार्टी की ओर से 4 महिलाओं ने मेयर का चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। जिनमें से एक प्रियंका माहेश्वरी भी थी। अन्य 3 लोगों को स्क्रीनिंग में शामिल किए बिना ही प्रियंका माहेश्वरी ने अपने पति के साथ मिलकर पार्टी से छल किया। उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसका निर्णय सोमवार को होगा। अभी तक किसी भी प्रकार का कोई प्रत्याशी घोषित नहीं किया गया है। निश्चित तौर पर उनपर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं के विश्वास को छला है।