कोरोना महामारी में एक ऐसे राजनेता को अपनी आगोश में ले लिया जो शहर वासियों की दिल की धड़कन व पसंदीदा चेहरा था। वैसे तो यह खबर सभी को हैरत में डाल रही है कि आखिर ऐसा कैसे हो गया। लेकिन इस समय क्या राजा क्या रंक सभी इस महामारी का शिकार बनते नजर आ रहे है।
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दरअसल रमेश दिवाकर औरैया की सदर विधानसभा से भाजपा विधायक थे।उनकी उम्र लगभग 57 वर्ष थी।वह मूलरुप से इटावा जनपद के एक गांव के निवासी थे।उनके परिवार में 3 भाई व तीन बहने है।उनके एक बेटा व दो बेटी है।परिवार में उनका एक भतीजा Pcs अभिनव कनौजिया व दूसरा भतीजा Arto अभिषेक है। वह 2017 में बीजेपी से टिकट मिलने के बाद सदर शीट से विधायक चुने गए थे।
पेशे से शिक्षक थे विधायक रमेश दिवाकर
रमेश दिवाकर ने अपने कैरियर की शुरुआत एक व्यायाम अध्यापक के रूप में सन 2000 में की थी। उनकी पहली नियुक्ति सन 2000 में मऊ जिला के एक इंटर कॉलेज से हुई थी। सन 2004 में उन्होंने औरैया के भारतीय इंटर कॉलेज में स्थानांतरण ले लिया। औरैया आने के बाद उनके राजनैतिक कैरियर की शुरुआत हुई।
फिर भाजपा ने उन्हें औरैया सदर सीट के लिए 2017 में MLA का टिकट देकर मैदान में उतार दिया । जनता ने भी उन पर विश्वास जताकर उन्हें अपना जनप्रतिनिधि चुना। सदर सीट से अब तक चुने गए विधायको में वे बहुत लोकप्रिय थे।
पत्नी की भी हालत गंभीर…
जानकारी के अनुसार उनकी पत्नी भी कोरोना बीमारी से पीड़ित है जिनका इलाज कानपुर के अस्पताल में चल रहा है। ज्येष्ठ पुत्र सौरभ भी कोविड का इलाज कानपुर में करा रहे है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार उनके बड़े भाई महेश दिवाकर व उनकी पत्नी भी कानपुर में होम आइसोलेट है। विधायक रमेश दिवाकर का पार्थिक शरीर अंतिम दर्शन के लिये एम्बुलेंस द्वारा औरैया लाया जा सकता है।
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(रिपोर्ट- वरुण गुप्ता, औरैया)