एक लाचार पिता की गुहार…
एटा — उत्तर प्रदेश के एटा में आर्थिक तंगी से जूझते एक पिता ने अपने मासूम बेटे के इलाज के लिए मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाई है। थैलीसीमिया नामक गंभीर बीमारी से ग्रस्त अपने बेटे के इलाज के लिए लाचार पिता कर्ज में डूब गया।
मजदूरी कर अपने बेटे के उपचार कराना तो दूर खाने तक के लिए मोहताज हो गया है।>पीड़ित लाचार पिता ने जिलाधिकारी से मदद की गुहार लगाई जिसके बाद डीएम ने 20 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी है। साथ ही मुख्यमंत्री द्वारा आरोग्य निधि से भी आर्थिक मदद दिलाने के लिए पत्र लिखा है। बीमारी से ग्रस्त मोहम्मद अनस के परिवार को उम्मीद है कि पाकिस्तान तक के बच्चों का इलाज भारत में कराने वाली सरकार उसके मासूम को यूं तिल तिल कर मौत के मुंह में नहीं जाने देगी।
आपकी टीवी स्क्रीन पर दिख रहा ये मासूम 9 साल का मोहम्मद अनस है जो जन्म से ही थैलीसीमिया नामक गंभीर बीमारी से पीड़ित है। अनस के उपचार में हर साल लाखों रुपये खर्च हो जाते है। पिछले छह सालों से लगातार अपने मासूम के इलाज की जद्दो-जेहद में गरीब पिता लाल मोहम्मद इस तरह कर्ज में डूब गया है कि अब उसके पास इलाज कराना तो दूर दो वक्त की रोटी जुटाना भी मुश्किल है। मारहरा थाना क्षेत्र के मोहल्ला चौहट्टा निवासी लाल मौहम्मद मजदूरी कर अपने बेटे का इलाज करा रहा है।
लाल मुहम्मद के तीन बेटों में सबसे बड़ा बेटा मोहम्मद अनस थैलीसीमिया से ग्रस्त है। अनस का ब्ल़्ड ट्रॉंसमिशन के लिए अलीगढ़ के जे एन मेडिकल कालेज में उपचार चल रहा है जहॉं चिकित्सकों द्धारा उपचार में करीब लाखों रुपये पूरे साल में खर्च हो जाते है।
चिकित्सकों द्धारा बोन मैरो ट्रॉंसफारमेशन के जरिए इस बीमारी को दूर किए जाने की बात कही है जिसमें करीब 20 लाख रुपये खर्च होने की बात कही है। बेबस गरीब पिता लाल मौहम्मद की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है वो इस बीमारी के लम्बे खर्च को उठा सके, जिसके लिए बेबस और लाचार पिता लाल मौहम्मद ने डीएम के साथ साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मदद की गुहार लगाई है ताकि अनस को जीवनदान मिल जाए।
(रिपोर्ट-आर.बी. द्विवेदी,एटा)