नहीं मिला स्ट्रेचर,चादर में लपेटकर ले जा रहे घायल को दो बार गिराया, हालत गंभीर
बस्ती– जिले के प्रभारी मंत्री एवं कैबिनेट स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह के बस्ती जिले में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और डॉक्टरों की लापरवाही सामने आई है । यहां एक घायल युवक को लापरवाह स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा इलाज के लिए स्ट्रेचर पर न ले जाकर बल्कि चादर में लपेट कर घसीटते हुये ले गए।
घायल युवक को चादर में ले जाते समय दो बार हाथ से चादर छूट गया जिससे युवक जमीन पर गिर पड़ा और घायल हो गया । इतनी बड़ी लापरवाही पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी और जिला अधिकारी बस्ती सुशील कुमार मौर्य ने कहा यह कोई खबर नही है ।इस पर मैं बयान नहीं दूंगा ना मेरा विभाग का कोई कर्मचारी देंगा।
स्वास्थ्य व्यवस्था और जनता को सही इलाज करने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार हर वर्ष खरबों रुपया स्वास्थ्य विभाग पर खर्च कर रही है जिससे बीमार जनता और घायल व्यक्ति का सही इलाज हो सके लेकिन स्वास्थ्य महकमा की लापरवाही से जिंदा आदमी को भी मारने का प्रयास किया जा रहा है ।
बस्ती जिले के सामुदायिक स्वास्थ केंद्र विक्रमजोत जहां छावनी थाना क्षेत्र के रेड़वाल गांव के पास NH 28 गोरखपुर लखनऊ मार्ग पर मोटर सायकिल सवार 32 वर्षीय रामबली को ट्रक ने ठोकर मार दिया । जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया एंबुलेंस से लादकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विक्रमजोत पहुंचाया गया । जहां इमरजेंसी विक्रमजोत स्वास्थ्य केंद्र के इमरजेंसी कक्ष में ले जाया गया । इलाज के लिए लेकिन उस समय अस्पताल में स्ट्रेचर रखा हुआ था लेकिन डॉक्टरों की लापरवाही से घायल 32 वर्षीय रामबली को चादर में लपेट कर घसीटते हुये ले गए। यहां तक कि इस स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज अँधेरे में होता है । जबकि लाइट ना रहने पर सरकार द्वारा अस्पतालों में जनरेटर की व्यवस्था की गई है।
फिलहाल इस संबंध में जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी बस्ती से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मैं इस पर कुछ नहीं बोलूंगा। वही जिला अधिकारी बस्ती सुशील कुमार से बात की गई तो वह बात करने से सीधे मुकर गए।
( रिपोर्ट- अमृतलाल, बस्ती )