‘भगवाकरण’ की दौड़ में एक और कोतवाली हुई शामिल
लखनऊ–राजधानी में केसरिया रंग की राजनीति इस समय जोरों पर है। कभी मुख्यमंत्री कार्यालय तो कभी हज हाउस की दीवारें ,कभी शास्त्री भवन तो कभी भगवा रंग की बसों को हरी झंडी दिखाई जा रही है।
ताजा मामला गोमतीनगर कोतवाली का है ; जहाँ कोतवाली की दीवारों को भी भगवा रंग से रंगने का काम जोरों पर है। थाना परिसर में नए मंदिर के निर्माण के साथ भगवाकरण का काम शुरू किया गया है। बता दें गोमतीनगर राजधानी का सबसे पॉश और रिहाइशी इलाकों की श्रेणी में आता है। इसके पहले कैसरबाग कोतवाली का भगवाकरण किया गया था।
भगवा क्रान्ति: अधिकारीगण काम छोड़कर भगवाकरण में व्यस्त
यूपी की इस भगवा सियासत में अभी तक कई जगह भगवाकरण किया गया है। जिसके तहत सबसे पहले राजधानी लखनऊ के एनेक्सी भवन का भगवाकरण किया गया। उसके बाद तो यह सिलसिला चल पड़ा और पीलीभीत जिले में 100 से अधिक प्राइमरी स्कूलों का भगवाकरण करवा दिया गया था। पहले हज़ हाउस की दीवारें सफेद और हरे रंग से रंगी थी। हज हाउस की दीवारों पर सियासत ने भगवा रंग चढ़ाया। विपक्षी दलों से लेकर उलेमाओं ने ऐतराज जताया और अगले ही दिन वापस सफ़ेद रंग में दीवारों को रंग दिया गया।