फर्जी इंस्पेक्टर बन ठगी करने वाले गिरोह के मुखिया का हुआ खुलासा
हरदोई–जनपद में खुद को इंस्पेक्टर बताकर एक युवक को दरोगा बनवाने का झांसा देकर लाखों की ठगी करने का मामला सामने आया है। फ़र्ज़ी इंस्पेक्टर ने युवक को दरोगा बनबाने का लालच देकर उससे धीरे -धीरे 15 लाख रुपये ठग लिए। फर्जी इंस्पेक्टर ठगी के मामले में जब बावर्दी कानपुर में पकड़ा गया तो मामले का खुलासा हुआ ।
थाना कासिमपुर के गाँव गौरी डायमपुर के रहने वाले गौरव जायसवाल ने आरोप लगाया है कि उसके चाचा जुगुल किशोर जायसवाल अपने परिवार के साथ कानपुर में रहते है। वह अपने चाचा के यहाँ पिछले साल कानपुर गया था। जहाँ उसकी मुलाक़ात उसके चाचा के दोस्त अजय सिंह से हुई ; जो खुद को पुलिस इंस्पेक्टर बताते थे। चाचा और उनके दोस्त उसके घर आये और उसे सब इंस्पेक्टर बनाने का झांसा देकर उससे 35 हजार रूपये लेकर चले गए। उसके बाद उन्होंने उससे धीरे -धीरे 15 लाख रूपये कभी पिस्टल के लिए तो कभी अधिकारियों को देने के नाम पर ठग लिए। इस दौरान फ़र्ज़ी इंस्पेक्टर अजय सिंह ने युवक को वायरलेस वर्दी ,कैप व बैच स्टार भी दिए। युवक जब भी कुछ पूछता था तो उसे टाल दिया जाता था। हाल ही में कानपुर में उक्त फ़र्ज़ी इंस्पेक्टर को पुलिस ने गिरफ्तार किया तो मामले का खुलासा हुआ। जानकारी के बाद अपर पुलिस अधीक्षक के यहाँ गौरव जायसवाल ने शिकायत की तो पुलिस ने मामला दर्ज़ कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
खुद को इन्स्पेक्टर बता कर ठगी करने वाला फ़र्ज़ी इंस्पेक्टर अजय सिंह दरअसल आगरा के हरीपर्वत इलाके का रहने वाला है जो ठगी का गिरोह चलाता था। आगरा से लेकर कानपुर तक यह लोग पुलिस की वर्दी पहनकर ठगी , लूटपाट और टप्पेबाजी करते थे। कानपुर के बाबूपुरवा पुलिस ने हाल ही में इसका खुलासा किया था।
(रिपोर्ट – सुनील अर्कवंशी , हरदोई )