दिवंगत नेता व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को आवास पर पहुंच कर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की। राम विलास पासवान का गुरुवार को एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 74 साल के थे और केंद्र सरकार में उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री थे।
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बता दें कि लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के संस्थापक रामविलास पासवान का पार्थिव शरीर शुक्रवार को सुबह अस्पताल से यहां 12 जनपथ स्थित उनके आवास लाया गया, जहां पहुंचकर प्रधानमंत्री ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
पीएम व राष्ट्रपति ने अर्पित की श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री ने दिवंगत नेता के पुत्र और लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान और उनके शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया। राष्ट्रपति रामनाथ काविंद ने भी राम विलास पासवान के आवास पहुंचकर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की।
गौरतलब है कि बिहार के खगड़िया जिले के शहरबन्नी गांव में पैदा हुए राम विलास पासवान पांच दशक से ज्यादा समय तक राजनीति में सक्रिय रहे। उनका पार्थिव शरीर यहां से पटना ले जाया जाएगा जहां शनिवार को उनका अंतिम संस्कार होगा। पटना में, उनके पार्थिव शरीर को लोजपा कार्यालय में रखा जाएगा, जहां लोग अपने नेता के अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि देंगे।
देश के प्रमुख दलित नेताओं में से एक थे राम विलास
देश के प्रमुख दलित नेताओं में से एक, रामविलास पासवान नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री रहे, मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए-1 सरकार के साथ-साथ केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली राजग सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं।
74 साल के रामविलास, जिन्होंने पिछले साल सक्रिय राजनीति में 50 साल पूरे किए थे, पहली बार 1969 में विधायक चुने गए थे। पासवान के निधन के कुछ ही दिनों पहले चिराग पासवान ने बिहार में राजग छोड़ने और अपने दम पर विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया था।
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