NRHM घोटाले का आरोपी पुलिस की गिरफ्त में
फ़र्रूख़ाबाद– जननी सुरक्षा योजना में सवा करोड़ का घोटाला क्या हुआ कि जिले के स्वास्थ्य विभाग पर बदनामी का दाग लग गया। 2010 में हुए इस महाघोटाले में तत्कालीन सी.एम.ओ. डा. हसीन खां समेत 6 डाक्टर नपे थे। लखनऊ से डा. शोभानाथ के नेतृत्व में टीम ने यह जांच की थी।
सात साल बाद इस महाघोटाले के आरोपी जगदीश कटियार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया । फर्रुखाबाद में किस तरह जननी सुरक्षा योजना के पैसे को अधिकारियों ने अपने खातें में जमा किया।घोटाला तो खुला घोटाले की जांच भी हुई और अधिकारियों के नाम भी सामने आये। प्रदेश सरकार ने केन्द्र सरकार के दिये करोड़े रुपये का किस तरह बन्दर वाट किया इस मामले में जिले के तत्कालीन सी.एम.ओ. को भी निलम्बित किया गया । आरोपी जगदीश कटियार सात साल से फरार चल रहा था।
लखनऊ न्यायलय ने जगदीश कटियार के हाजिर न होने पर कुर्की के आदेश दिए थे। न्यायलय के आदेश के बावजूद पुलिस की मिली भगत से आरोपी के घर से कुर्की नही हो रही थी और न ही गिरफ्तारी।सात साल बाद पुलिस ने आरोपी को पकड़ कर थाने में बैठा लिया। भोलेपुर चौकी इंचार्ज हरेन्द्र सिंह ने अपने आलाधिकारियों को जगदीश कटियार की गिरफ्तारी की जानकारी तक नहीं दी।जब मीडिया के पहुंचने पर एस.एच.ओ. दधिबल तिवारी से पूछा तो उन्होंने जानकारी न होने की बात कही।
एस.एच.ओ. ने फोन से भोलेपुर चौकी इंचार्ज हरेन्द्र सिंह से घटना की जानकारी ली तो चौकी इंचार्ज हरेन्द्र सिहं ने गिरफ्तारी की बात स्वीकारी। योगी सरकार में रिपोस्टिंग पर रोक लगा दी थी रोक के बावजूद भी पुलिस अधीक्षक मृगेंद सिंह ने सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए अपने करीबी हरेन्द्र सिंह की भोलेपुर चौकी पर रिपोस्टिंग कर दी।