फरियादियो को क्या मालूम था कि एसडीएम साहिबा का इन्तजार करना पड जाएगा भारी !
लखीमपुर : पलिया के तहसील में पहुंचे फरियादियो की सुनाने वाला कोई नही जिस तरह से जनता और अधिकारियों मे नोकझोंक चल रही है उससे यह साफ नजर आ रहा है कि अब लोग तहसील प्रशासन के खिलाफ आवाज उठानी सुरू कर दी।
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आपको बता दे कि पलिया में खनन माफिया तथा अवैध तस्करी पर लगाम लगाने के लिए क्षेत्राधिकारी राकेश कुमार नायक ने मुहीम चलाई थी। वही तस्कर व खनन माफियाओ की कमर भी तोड़ चुके थे। लेकिन पलिया के कुछ तथाकथित नेताओं को अच्छे काम होते देख रास नही आने के कारण सणयंत्र रखते हुए सीओ राकेश नायक को जबरन हटा दिया गया, यही नही तस्कर व खनन माफियाओ ने ट्रांसफर होते ही खनन व तस्करी को फिर से अन्जाम देने में लग गए।
जैसी ही यह खबर लोगों को पता लगी की पलिया क्षेत्राधिकार राकेश नायक को सणयत्र के तहत हटाया जा रहा है, तो नगर के तमाम समाज सेवी व संगठनों ने अच्छे काम करने वाले अधिकारी का वचाओ करने के लिए तहसील पहुंच कर शान्ती पूर्वक तहसीलदार आशीष कुमार सिंह व प्रज्ञा अग्निहोत्री को ज्ञापन दिया। सीओ के समर्थन में आए फरियादियो ने सुबह से बैठेकर एसडीएम पूजा यादव का इन्तजार कर रहे थे लेकिन फरियादियो को क्या मालूम था कि उनको इन्तजार की सजा भी मिलेगी तभी एसडीएम पूजा यादव तहसील में लगभग दो बजे पहुंची और अपने साथ के अर्दली से कहा कैसे आए है यो लोग तो अर्दली ने कहा मैडम सभी लोग शान्ती पूर्वक ज्ञापन देने आए हैं।
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जैसे ही फरियादी आगे बढे ज्ञापन देने ज्ञापन लेने से मना कर दिया। इसी बीच सभी लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया जैसे ही विरोध होते देखा। एसडीएम पूजा यादव ने पुलिस से कह कर फरियादियो को खदेड़ना सुरू कर दिया। पुलिस के रवैये से लोगों में हंगामा खड़ा हो गया। फरियादियो के समर्थकों ने जोर शोर से नारे बाजी करने लगे इसी बीच आचार सहिंता का उल्लंघन दिखाते हुए एसडीएम पूजा यादव ने पुलिस से कह कर करीब दर्जन भर से ज्यादा लोगों को पकड लिया जिसमे महिलाएं व पुरूष भी है जिनपर मुकदमा दर्ज करने के लिए कह दिया।
अब देखना यह है कि अच्छे अधिकारियों का समर्थन करने के लिए अगर लोग आगे आएंगे तो क्या तहसील प्रशासन उन पर इस तरह का अत्याचार करेगा। जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ भी फरियादियो को बैठाल कर खुद खडे रहकर सुनवाई करते और अधिकारियों को सख्ती से पालन करतें हुए कार्यवाही का निर्देश भी देते हैं। जबकि पलिया के तहसील में एसडीएम पूजा यादव ने सरकार की नैया तथा छवि को धूमिल करने पर अमादा हो चुकी हैं। अब देखना यह है कि सरकार ऐसे अधिकारियों पर क्या कार्यवाही करते हैं।