अराजक तत्वों ने तोड़ी डॉ.अम्बेडकर की मूर्ति,ग्रामीणों व बसपा कार्यकर्ताओं में उबाल
सोनभद्र — भारत रत्न डा. भीमराव अम्बेडकर के परिनिर्वाण दिवस की पूर्व संध्या पर सोनभद्र में अति नक्सल रायपुर थाना क्षेत्र के कम्हरिया गांव में अराजक तत्वों ने गांव में लगी डॉ. भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति की गर्दन तोड़ दिया। जिससे ग्रामीणों व बसपा कार्यकर्ताओं में उबाल है और आरोपीयो को पकड़ने और नई मूर्ति लगाने का जिला प्रशासन से मांग किया।
दरअसल सोनभद्र में बिहार राज्य की सीमा से लगे अति नक्सल प्रभावित रायपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत कम्हरिया के टोला रामपुर में खलियारी – पन्नूगंज मेन सम्पर्क मार्ग के किनारे कई साल पहले से डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के प्रतिमा को स्थापित किया गया था। जिसको शरारती तत्वों द्वारा प्रतिमा को तोड़ दिया गया। जिसे देख ग्रामीण व बसपा कार्यकर्ताओं में उबाल आ गया और तत्काल धरना प्रदर्शन करने लगे।
सूचना मिलते ही मौके पर तत्काल दल बल के साथ पहुच कर एसओ रायपुर कमलेश पल द्वारा बसपा कार्यकर्ताओं को समझा-बुझाकर शांत कराया। बसपा कार्यकर्ताओं ने खंडित प्रतिमा को लेकर सड़क पर उतर गए और इकट्ठा होकर सड़क जाम कर हल्ला गुल्ला करने लगे। मौके पर पहुची पुलिस ने सूझबूझ का परिचय देते हुए बसपा कार्यकर्ताओं को समझा-बुझाकर शांत किया।
उसके बाद जिले से आए हुए बसपा नेताओ व कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत कर बाबा साहब की नई प्रतिमा को बैठाने के लिए सहमत किया। जिसमें आए हुए जिले के जिला अध्यक्ष कमलेश गोड व जिले के मंडल कोऑर्डिनेटर बी सागर व बसपा के जिला कोषाध्यक्ष अविनाश शुक्ला व जोन इंचार्ज बिरेन्द्र मौर्य आदि लोगों के संग बैठक कर रायपुर इंस्पेक्टर कमलेश पाल द्वारा नई प्रतिमा मंगवाया गया तब जाकर बसपा कार्यकर्ता शांत हुए।
जानकारी के अनुसार ग्राम सभा कम्हरिया के टोला रामपुर में स्थापित बाबा साहब की प्रतिमा के पास हर वर्ष की भांति 6 दिसंबर को बाबासाहेब के परिनिर्वाण दिवस व 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती बसपा कार्यकर्ताओं द्वारा समारोह भी मनाया जाता है । बसपा कार्यकर्ताओं द्वारा बताया गया कि ऐसी घटना यह तीसरी बार हो चुकी है। जिसकी सूचना पहले भी रायपुर पुलिस को दी गई थी।
लेकिन अभी तक बाबा साहब के प्रतिमा को तोड़ने वाले व्यक्ति को पुलिस द्वारा पकडा नहीं गया।इस दौरान मौके पर पहुचे बसपा जिलाध्यक्ष कमलेश गोंड़ ने कहा कि ग्रामीणों की सूचना पर वह कम्हरिया गांव पहुचे जहां बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को मानने वालों की मांग थी कि नई प्रतिमा लगवाई जाय और दोषियों को पकड़ कर कठोरतम कार्रवाई किया जाय।
(रिपोर्ट-रविदेव पाण्डेय, सोनभद्र)