अद्भुतः पेड़ की पत्तियों पर छह घंटे से आसन लगाकर बैठे बाबा
बहराइच–सुजौली थाने से करीब 100 मीटर की दूरी पर पीपल के एक पुराने पेड़ की पत्तियों के ऊपर शाम छह बजे के करीब एक संत आसन लगाए बैठे हुए थे। इनको देखने के लिए आसपास के गांवों की भीड़ बड़ी संख्या में जुट गई।
लोगों के बीच कौतूहल बना रहा। पुलिस के समझाने पर छह घंटे बाद बाबा नीचे उतरे। बाबा बोले बजरंग बली के आदेश पर वह पेड़ पर चढ़कर ध्यान लगाते हैं। यहां के बाद बाबा चित्रकूट के लिए रवाना हो गए। सुजौली थाने से चंद कदमों की दूरी पर एक पीपल का वर्षों पुराना पेड़ लगा हुआ है। पीपल के इस पेड़ की ऊंचाई करीब 30 फुट होगी। पीपल की पेड़ पर शाम छह बजे के करीब कुछ लोगों ने एक साधु को आसन लगाए हुए देखा। उन्होंने पेड़ की पत्तियों पर चादर डालकर आसन लगा रखा था और ध्यान में लगे हुए थे। इसकी सूचना फैलते ही आसपास के गांवों के लोग बड़ी संख्या में मौके पर एकत्रित हो गए। सभी पत्तियों पर आसन लगाए बाबा को देखकर अचंभित हो रहे थे।
सभी का कहना था कि बिना किसी डाल के पत्तियों पर बैठना नामुमकिन है। भीड़ बढ़ती देख रात 10 बजे के करीब सुजौली के प्रभारी निरीक्षक सुबोध कुमार फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। किसी तरह बाबा को समझा बुझाकर नीचे उतारा गया। इसके बाद पुलिस उनको थाने लेकर गई। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि बाबा का कहना था कि वह बजरंग बली के आदेश पर पेड़ पर चढ़ते हैं और उन्हीं के आदेश पर नीचे उतर आते हैं।
रामगांव में भी जमाया था डेराः
लगभग चार माह पूर्व बंदरिया बाबा रामगांव थाना क्षेत्र के खसहा मोहम्मदपुर में भी एक पेड़ पर चढ़े हुए थे। यह भी काफी चर्चा का विषय बना हुआ था। हालांकि यहां से उतरने के बाद बद्रीनाथ धाम के लिए चले गए थे। अब फिर से एक बार उनके आने से जिले में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।
(रिपोर्ट-अनुराग पाठक, बहराइच)