बकरीद स्पेशलः…तो इस वजह से कुर्बानी के लगते हैं तीन हिस्से
न्यूज डेस्क–कुर्बानी (समर्पण) का त्योहार ईद-उल-अजहा (बकरीद) सोमवार को हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। बकरीद की नमाज अदा के बाद जानवरों की कुर्बानी की जाएगी। कुर्बानी का सिलसिला तीन दिन चलेगा।
ईद की तैयारियों के मद्देनजर रविवार रात को मुस्लिम बहुल इलाकों में बाजार गुलजार रहे। लोगों ने देर रात तक बाजार में बकरों की खरीदारी की गई। वहीं ईदगाहों एवं मस्जिदों में ईद की नमाज के लिए ही सुबह से लोग जुटने लगे। बकरीद का त्योहार मुसलमान हजरत इब्राहिम की सुन्नत अदा करने के लिए जानवरों की कुर्बानी देकर मनाते हैं। गौरतलब है कि इस्लाम में गरीबों और मजलूमों का खास ध्यान रखने की परंपरा है। इसी वजह से बकरीद पर भी गरीबों का विशेष ध्यान रखा जाता है।
इस दिन कुबार्नी के बाद गोश्त के तीन हिस्से किए जाते हैं जिसमें एक हिस्सा खुद के लिए और शेष दो हिस्से समाज के गरीब और जरूरतमंद लोगों में बांट दिए जाते हैं। ऐसा करके मुस्लिम इस बात का पैगाम देते हैं कि अपने दिल की करीबी चीज़ भी हम दूसरों की बेहतरी के लिए अल्लाह की राह में कुर्बान कर देते हैं।