योगी जी इस जिले की गौशाला में प्रतिदिन मर रहे दो मवेशी, आकड़ा पहुंचा 30
बहराइच — नथुआपुर गांव में हनुमान मंदिर के निकट बने गौशाला में प्रतिदिन दो मवेशी चारा-पनी व इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे हैं। मृत पशुओं को गौशाला के कर्मचारी हनुमान मंदिर के पीछे बहने वाले नाले में फेंक दे रहे हैं।
इससे उठ रही सड़ांध से गांव वालों का जीना मुहाल है। लेकिन तहसील व पशु विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री पशुओं की सुरक्षा व खानपान को लेकर संवेदनशील हैं। लेकिन अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। पशुओं की मौत के मामले में चार दिन पूर्व ही मुख्यमंत्री ने आठ अधिकारियों पर कार्रवाई की, लेकिन इसके बाद भी व्यवस्थाएं सुधर नहीं रही हैं। महसी तहसील अंतर्गत नथुआपुर गांव में हनुमान मंदिर के निकट पशु गौशाला बनाया गया है। इस गौशाला में क्षेत्र के लगभग 200 से अधिक पशु बंधे हुए हैं। लेकिन इनके चारे और पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। जिससे पशु खाना-पानी व इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे हैं।
गौशाला कर्मचारियों व ग्रामीणों के मुताबिक बीते एक माह में लगभग 30 पशुओं की मौत हो चुकी है। लेकिन अपर मुख्य पंचायत अधिकारी, तहसील व पशु विभाग अंजान बना हुआ है। इतना ही नहीं इलाज के अभाव में प्रतिदिन दो पशु दम तोड़ रहे हैं। लेकिन पशुओं का कोई पुरसाहाल नहीं है। इस मामले में गौशाला के कर्मचारी जुगनू ने बताया कि गौशाला की व्यवस्था काफी खराब है। जिससे पशुओं की मौत हो रही है। गांव निवासी बालकराम ने बताया कि पशुओं के चारा-पानी व इलाज की कोई व्यवस्था नहीं है। स्थिति काफी बदतर है। ऐसे में पशु प्रतिदिन दम तोड़ रहे हैं।
ग्रामीणों की जिंदगी बनी नरकीय
महसी तहसील के नथुआपुर में बने गौशाला में मर रहे पशुओं को गौशाला के कर्मचारी हनुमान मंदिर के पीछे बहने वाले नाले में फेंक दे रहे हैं। इससे सड़ांध उठ रही है। ग्रामीणों का जीना मुहाल है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत भी की, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।
(रिपोर्ट-अनुराग पाठक,बहराइच)