बरातियों के लिये बन रहा था खाना,अचानक हुए विस्फोट में जिंदा जली मां-बेटी
बहराइच — सीमावर्ती सलारपुर गांव में बारातियों के लिए खाना बनते समय एक गैस सिलेंडर में विस्फोट हो गया। जिससे आग भड़क उठी। गांव के 20 मकान देखते ही देखते धू-धू कर जलने लगे।
आग की लपटों में मां-बेटी जिंदा जल गई। एसएसबी कैंप मुर्तिहा की टीम ने ग्रामीणों की मदद से किसी तरह आग को फैलने से रोका। वहीं नेपाल से आए अग्निशमन कर्मियों ने किसी तरह आग पर काबू पाया। पुलिस ने शवों का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। गांव में कोहराम मचा हुआ है।
कोतवाली मुर्तिहा अंतर्गत सलारपुर गांव निवासी लक्ष्मण राजभर की बेटी की मंगलवार को शादी थी। बारातियों के लिए पकवान और भोजन तैयार करने के लिए लक्ष्मण पड़ोसी सुरेश के छप्पर का मकान लिया था। यहां हलवाई द्वारा भोजन पकाते समय गैस सिलेंडर में लीकेज से आग भड़क उठी। भोजन बना रहे लोगों ने गैस सिलेंडर की आग को काबू में करने की कोशिश की, लेकिन सफल न होने पर भागकर जान बचाई। इस दौरान पूरा मकान धू-धू कर जल उठा।
घर के अंदर से दान-दहेज का सामान निकालने के प्रयास में सुरेश की पत्नी मुन्नी देवी (40) व पुत्री करिश्मा (16) आग की लपटों से घिर गईं। दोनों की जिंदा जलकर दर्दनाक मौत हो गई। उधर चल रही तेज पछुआ हवा से आग तेजी से फैली। देखते ही देखते आग की लपटों ने आस पड़ोस के २० मकानों को आगोश में ले लिया। गांव के लोगों ने आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन सफल न हुए।
सूचना पाकर एसएसबी कैंप मुर्तिहा के प्रभारी अभिषेक कुमार टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने मोतीपुर फायर ब्रिगेड को सूचना दी। साथ ही नेपाल के गुलहरिया से दमकल कर्मियों को बुलाया। तब किसी तरह आग की लपटों पर काबू पाया जा सका। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
(रिपोर्ट-अनुराग पाठक,बहराइच)