शहीद जवानों के लिए कैंडिल मार्च निकालने के दौरान दो पक्षो में जमकर मारपीट
फर्रुखाबाद–फर्रुखाबाद पुलिस के एएसपी त्रिभुवन सिंह की लापरवाही का नतीजा महज 12 घंटे बाद ही शहर की सडको पर देखने को मिल गया। देर रात हुए बवाल को एएसपी के दबाने के बाद आज देर शाम दो पक्षो में जमकर मारपीट हो गयी।
पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए जवानो के लिए कैंडिल जुलूस निकालने के दौरान अचानक पटाखा चलाने को लेकर विवाद हो गया| जिसके चलते दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हो गयी|शहर कोतवाली क्षेत्र के लाल दरवाजा निवासी भाजपा नेता अरविन्द उर्फ़ राजू गुप्ता का पुत्र प्रांशु गुप्ता अपने साथियों के साथ लाल दरवाजे से रेटगंज तक कैंडिल मार्च निकाल रहा था| आरोप है कि तभी रेटगंज निवासी गोविन्द पुत्र मुन्नू सक्सेना ने जुलूस के आगे पटाखा चला दिया|इस बात को लेकर विवाद हो गया| आरोप है कि जिसमे हुई मारपीट में राजू गुप्ता और उनके पुत्र प्रांशु गुप्ता के साथ ही ईशान पुत्र जहीर खान निवासी रेटगंज के साथ ही गोविन्द बुरी तरह जख्मी हो गये| वही दूसरी तरफ के गोविन्द सक्सेना का आरोप है कि जब पटाखा चलाया तो जुलूस निकाल रहे लोगों ने गालीगलौज कर दिया| राजू पक्ष के लोगों ने गोविन्द से मारपीट कर दी| यह देखकर गोविन्द को बचाने के लिए ईशान आ गया तो दूसरे पक्ष ने उसके साथ ही मारपीट कर दी|इस दौरान जमकर सरिया व ईंट पत्थर चले| राजू व उसके पुत्र को आवास विकास के एक निजी नर्सिग होम में भर्ती किया गया| वही घायल ईशान व गोविन्द को लोहिया अस्पताल में भर्ती किया गया|
घटना की सूचना पर एएसपी त्रिभुवन सिंह ने लोहिया अस्पताल के साथ ही निजी अस्पताल जाकर दोनों पक्षों से पूंछतांछ की|वही राजू गुप्ता के समर्थन में सांसद मुकेश राजपूत,क्षेत्रीय उपाध्यक्ष सत्यपाल सिंह,शैलेन्द्र राठौर सहित कई भाजपा नेता आ गये| वही घायल ईशान ने कोतवाली में भी जमकर हंगामा किया| इधर आक्रोशित भाजपा नेताओं ने निजी अस्पताल में जमकर हंगामा किया| वही आज भी एएसपी त्रिभुवन सिंह ने पूरे मामले को राजनितिक रंग दे डाला और दो समुदाय के मारपीट के मामले को पुराना विवाद बता कर पल्ला झाड लिया।
(रिपोर्ट- दिलीप कटियार,फर्रुखाबाद )