महंत को दफनाने के लिए खोदी गयी कब्र में बैठी पूर्व विधायक,लोगों ने मिटटी डालनी शुरू की तो….
फर्रुखाबाद–फर्रुखाबाद में भू माफियाओ द्वारा जमीनों के कब्जो का सिलसिला रोकने का नाम नहीं ले रहा है। भूमि कब्जे को लेकर पूर्व सपा विधायका कब्र में ही बैठ गई ।
सपा विधायका ने मंदिर की कीमती जमीन का स्वयं व पति के नाम वर्ष 2004 एवं वर्ष 2010 में करवा ली थी ।आज उसी जमीन पर महंत को दफनाए जाने के विरोध के दौरान पूर्व विधायक उर्मिला राजपूत कब्र में ही बैठ गई। गुस्साए लोगों ने मिट्टी डालकर उर्मिला राजपूत को जिंदा है दफनाए जाने का प्रयास किया। पूर्व विधायक उर्मिला राजपूत का यह हाई वोल्टेज ड्रामा थाना मऊदरवाजा के ग्राम हथियापुर स्थित सीताराम जानकी मंदिर की भूमि पर हुआ।
बीते दिन मंदिर के 82 वर्षीय महंत गंगादास का देहांत हो गया था। मंदिर वालों ने मंदिर की भूमि पर ही महंत को दफनाने के लिए आज सुबह गड्ढा खोदना शुरू किया। सूचना मिलते ही पूर्व विधायक उर्मिला राजपूत वहां पहुंची और गड्ढा खोदने का विरोध कर उसे रुकवा दिया। इस बात की जानकारी मिलते ही दर्जनों ग्रामीण एकत्र हो गए। गुस्साए ग्रामीणों ने प्रयास करके पूरी कब्र खोदी और महंत को दफनाने का प्रयास करने लगे। इसी दौरान महेंद्र को दफनाने के विरोध में उर्मिला राजपूत कब्र में बैठ गई। गुस्साए लोगों ने यह कहकर उर्मिला राजपूत पर मिट्टी डाली कि तुम्हें जिंदा ही दफन कर देंगे। ग्रामीणों का विरोध देखकर भयभीत उर्मिला कब्र से बाहर निकली।
सूचना मिलने पर थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। मालूम हो कि उर्मिला राजपूत ने मंदिर की लाखों रुपए कीमती करीब चार बीघा जमीन का स्वयं व पति रामकिशन राजपूत के नाम वर्ष 2004 एवं वर्ष 2010 में बैनामा करवाया। फर्जी ढंग से बैनामा कराए जाने के आरोप में अदालत के आदेश से रामकृष्ण राजपूत के विरोध रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।
(रिपोर्ट- दिलीप कटियार, फर्रुखाबाद )