जब 90 साल की महिला बैठी आमरण अनशन पर, हिल गया प्रशासन
फर्रुखाबाद– कोतवाली फतेहगढ़ क्षेत्र के मोहल्ला कैंट काशिमबाग की रहने वाली युवती ने अपने पति के साथ जेठ व सास के खिलाफ कोतवाली में दहेज उत्पीड़न व छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कराया था।उसके विरोध में पूरा परिवार अब आमरण अनशन पर कलेक्ट्रेट में बैठ गया है।
ज्योति ने अपनी सास लौंग श्री जिनकी उम्र 90 साल की है उसको भी आरोपी बनाया है। दरअसल कैंट काशिमबाग निनासी ज्योति का पहला विवाह पहले नवदिया निबासी सतीस के साथ हुआ था, लेकिन उसने अपने पति को छोड़ दिया उसके बाद 12 वर्ष पहले रामसिंह पुत्र रामस्वरूप के साथ कोर्ट मैरिज कर ली थी।दो दिन विवाह होने के बाद अपने पति के साथ रही फिर दिल्ली चली गई । वहां से चार साल बाद बापस अपने पिता के घर पर रहने लगी।लेकिन अपने दूसरे पति के पास नही आई । उसने उन लोगो पर फर्जी मुकदमे दर्ज कराकर उनसे 20 हजार रुपये लेकर समझौता करने का काम शुरू कर दिया है। ज्योति का पहला पति रामसिंह प्राइवेट सफाई कर्मचारियों की ठेकेदारी करता है। जिसमे 6 हजार रुपये मिलता है वह भी ज्योति ले लेती है ।
सास लौंगश्री अपने परिवार के साथ आमरण अनशन पर बैठने की सूचना फतेहगढ़ कोतवाल को हुई तो उन्होंने कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिन लोगो के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है , उनको बताया कि मुकदमे जब तक जांच पूरी नही हो जाती किसी के खिलाफ कार्यवाही नही की जाएगी । यदि महिला द्वारा दर्ज कराया गया मुकदमा फर्जी निकलता है तो उस महिला के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी । उसके बाद रमन कुमार व लौंगश्री ने आमरण अनशन समाप्त किया है।
(रिपोर्ट – दिलीप कटियार ,फर्रुखाबाद)