रेलवे समूह डी की परीक्षा में दबोचे गए सॉल्वर गैंग के 7 मुन्नाभाई
मेरठ — सरकारी भर्ती की परीक्षा में ऐसा लगता है कि शिक्षा माफियाओं या कहें सॉल्वर गैंग ने बड़ी जड़े जमा ली हैं। एक के बाद एक कई बार या तो पेपर लीक हो जाता है या फिर सॉल्वर गैंग पकड़े जाते हैं ।
इसी कड़ी में शुक्रवार को रेलवे में समूह डी के लिए हो रही भर्ती की परीक्षा में पेपर सॉल्वर गैंग परीक्षार्थियों को नकल कराते हुए पाया गया जिसके एक सुचना पर एसटीएफ और मेरठ पुलिस सॉल्वर गैंग की तलाश में जुटी थी जिस पर काम करते हुए मेरठ पुलिस और एसटीएफ की साझा कार्यवाही में सॉल्वर गैंग के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया गया ।
दरअसल , शुक्रवार को मेरठ में रेलवे की समूह डी की नियुक्ति परीक्षा चल रही है । इसी दौरान एस टी एफ और मेरठ पुलिस को इस परीक्षा में पेपर सॉल्वर गैंग के सक्रिय होने की खबर मिली । पता चला कि परीक्षा में एक सॉल्वर गैंग काम कर रहा है जो की छात्रों से अच्छी खासी रकम लेकर उनको पेपर सॉल्व करा रहा है । पुलिस ने कार्यवाही करते हुए इस गैंग के सात लोगो को गिरफ्तार किया है। जिसमे से दो मुख्य आरोपियों में से एक आरोपी बड़ौत का रहने वाला है और पुणे में रक्षा विभाग में ही सरकारी कर्मचारी है । जबकि दूसरा मुख्यारोपी मथुरा का निवासी है ।
ये दोनों मिलकर ही होने वाली परीक्षा के सॉल्वर को अरेंज करते थे । जबकि गैंग के साथ पकड़ा गया एक सदस्य सॉल्वर है । गैंग के तीन सदस्य परीक्षार्थियों को ढूँढ उनसे सौदा करते थे । परीक्षार्थी से कहा जाता था कि उसकी जगह किसी अन्य को परीक्षा में बैठा कर उनसे पेपर सॉल्व करा कर पास करा दिया जायेगा । कुल मिलाकर इस मामले में सात लोगो को गिरफ्तार किया गया है । पुलिस ने सॉल्वर गैंग से एग्जाम के पेपर भी बरामद किये है ।
इसके आलावा इनके द्वारा प्रयोग में लाई जा रही दो गाड़िया भी बरामद की हैं । पुलिस का कहना है की शुरूआती पूछताछ में गैंग के कुछ सदस्यों के सम्बन्ध कुछ और बड़े गैंग के साथ होने की बात भी सामने आयी है जिसकी जांच की जा रही है । फिलहाल उन्हें मेरठ के सिविल लाइन थाने में सौंपा गया है । जहां पुलिस उनसे पूछताछ में जुटी हुई है । पकड़े गए आरोपियों में दो मुख्य आरोपीयो सहित चार पेपर सॉल्वर और एक ड्राइवर शामिल है ।
(रिपोर्ट-शुभम शर्मा,मेरठ)