चीनी मिल के कर्मचारियों ने कड़ाके की ठण्ड में शुरू किया धरना
बस्ती– इस कड़ाके की ठंड में वाल्टरगंज चीनी मिल के 45 कर्मचारियों ने चीनी मिल के अंदर धरना शुरू कर दिया। कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें चीनी मिल में परमानेंट किया जाए। अगर चीनी मिल प्रबंधक द्वारा उन लोगों को परमानेंट नहीं किया गया तो वह धरने पर से उठेंगे नहीं और यही पर आत्महत्या कर लेंगे।
वही इस संबंध में जब चीनी मिल के प्रबंधक से बात करने का प्रयास किया गया तो वह चीनी मिल कार्यालय छोड़कर फरार हो गए। फिलहाल यह चीनी मिल बजाज ग्रुप का है। वही इस कड़ाके की ठंड में आसमान के नीचे दिन और रात कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं।जिसकी सूचना जिला प्रशासन को भी है लेकिन अभी तक जिला प्रशासन इस पर कोई कार्यवाही करना उचित नहीं समझ रहा है।
बस्ती वाल्टरगंज चीनी मिल पर जहां गन्ना किसानों का 31 करोड़ बकाया भुगतान न होने से किसान परेशान हैं,वहीं मिल के कर्मचारी भी मिल पर अनिश्चित कालीन धरने पर बैठ गए हैं। मिल कर्मचारियों का कहना है की बहोत से कर्मचारी 10 से 15 साल से मिल में काम कर रहे हैं। उनकी सेलरी 4 से 5 हजार रूपए है। जब मिल मैनेजमेंट को आवश्यक्ता पड़ी तो घर से बुला कर नौकरी पर रखा गया। मिल कर्मचारियों को उम्मीद थी की उन्हें प्रमानेन्ट किया जाएगा,लेकिन बार-बार आश्वसन दिया गया लेकिन प्रमानेन्ट नहीं किया गया। मिल कर्मचारियों की मांग है कि उनको सीजनल प्रमानेन्ट किया जाए और उचित वेतनमान दिया जाए। मिल प्रशासन ने 10 जनवरी को स्थायी कर उचित वेतनमान देने का वादा किया था लेकिन 10 जनवरी को मिल प्रशासन के सभी अधिकारी गायब हो गए।
रिपोर्ट- अमृतलाल , बस्ती