खाकी से मोहभंगः 4 सिपाहियों ने पुलिस की नौकरी छोड़ बने टीचर
युवाओं का पुलिस की नौकरी से मोह भंग हो रहा है। रोजाना 16 से 20 घंटे की तनाव भरी ड्यूटी करने के बजाय वे टीचर बनना या दूसरे विभागों की आराम की नौकरी करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। अब तक कई पुलिसकर्मियों ने पुलिस की नौकरी छोड़ अब गुरुजी बन गए।
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चन्दौली जिले में तैनात थे पुलिसकर्मी
ताजा मामला यूपी के चन्दौली जिले का है जहां विभिन्न थानों पर तैनात एक महिला समेत चार पुलिसकर्मियों को टीचर की नौकरी भा गई है और उनका चयन बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक के तौर पर हो गया. लोगों की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी अब बच्चों को ज्ञान बांटेंगे. ये सभी पुलिस की नौकरी से इस्तीफा देकर विभिन्न जिलों में शिक्षक पद पर कार्यभार ग्रहण कर लिया है.
शिक्षा विभाग में चयनित पुलिसकर्मियों ने कहा…
शिक्षा विभाग में चयनित हुए पुलिसकर्मियों ने बताया कि पुलिस की कठिन ड्यूटी और जिम्मेदारी के चलते प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी अच्छे तरीके से करने में कठिनाई होती थी. अब शिक्षण कार्य के बाद मिले समय को तैयारी करने में लगाया जाएगा.
इन पुलिसकर्मियों छोड़ी नौकरी…
डायल 112 में तैनात जौनपुर के मूल निवासी अनूप को देवरिया जिले में शिक्षक पद पर तैनाती मिली है. अलीनगर स्थित महिला थाने में तैनात पुलिसकर्मी प्रियंका यादव मूल रूप से आजमगढ़ की रहने वाली हैं. जिले में सर्विलांस विभाग में तैनात भदोही के ज्ञानपुर निवासी सिपाही अमृतांशु मिश्रा ने बताया कि वह शुरू से ही प्रशासनिक सेवाओं में जाना चाहते थे. वहीं डायल 112 में तैनात आजमगढ़ निवासी विवेक राय को जौनपुर जिले में शिक्षक पद पर तैनाती मिली है.
एसपी ने किया कार्यमुक्त
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि चारों पुलिसकर्मियों का शिक्षा विभाग में चयन होने के बाद उनका इस्तीफा पत्र मिलने पर कार्यमुक्त कर दिया गया है. एसपी ने कहा कि अच्छी बात है कि सकारात्मक सोच के साथ पुलिसकर्मी आगे बढ़ने की दिशा में प्रयासरत हैं.
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