31 की हुई भारत की टेनिस सनसनी सानिया मिर्जा, इस तरह बनी स्टार
स्पोर्ट्स डेस्क — भारत की टेनिस सनसनी सानिया मिर्जा आज 31 साल की हो गई हैं. सानिया का जन्म 15 नवंबर 1986 को मुंबई में हुआ था लेकिन उनका बचपन हैदराबाद में बीता. हैदराबाद से ही सानिया ने टेनिस की शुरुआत की.
कम उम्र में ही सफलता के झंडे का गाड़ने वाली सानिया ने अपनी करियर की शुरुआत साल 1999 में की. उस समय सानिया की उम्र महज 14 साल थी, जब उन्होंने वर्ल्ड जूनियर टेनिस चैंपियनशिप में हिस्सा लिया था.साल 2000 में सानिया ने पाकिस्तान में खेले गए इंटेल जूनियर चैंपियनशिप जी-5 मुक़ाबले में सिंगल और डबल मुक़ाबले में जीत हासिल की. डबल मुक़ाबलों में सानिया की जोड़ी पाकिस्तान के जाहरा उमर खान के साथ थी.
वैसे तो सानिया ने कई मेडल्स अपनी झोली में डाले. लेकिन सानिया मिर्जा ने एफ्रो एशियाई, एशियाई और कॉमनवेल्थ गेम्स खेलों में मेडल्स हाशिल का अपने देश का भी नाम रौशन किया.सानिया ने इन खेलों कुल मिलाकर 12 मेडल्स अपने नाम किये. एफ्रो एशियाई खेलों में सानिया ने चार गोल्ड मेडल जीते. एशियाई खेलों में सानिया ने एक गोल्ड, तीन सिल्वर और दो ब्रॉन्ज मेडल जीते जबकि कॉमनवेल्थ गेम्स में एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल जीता है.
सानिया भारत की बेस्ट सिंगल्स रैंकिंग वाली खिलाड़ी हैं. सानिया वर्ल्ड रैंकिंग में 27वें नंबर तक पहुंची हैं. सिंगल्स में यह उनकी अब तक की बेस्ट रैंकिंग है. यह किसी भी भारतीय महिला टेनिस खिलाड़ी की बेस्ट रैंकिंग है. सानिया मिर्जा ने मार्टिना हिंगिस के साथ मिलकर डबल्स में नंबर 1 स्थान भी हासिल किया था.
विवादों से रहा गहरा नाता
सानिया मिर्जा का नाम हमेशा किसी ना किसी विवादों में आता रहा है. मुस्लिम परिवार से होने के कारण साल 2005 में एक मुस्लिम समुदाय ने उनके खेलने के खिलाफ फ़तवा तक जारी कर दिया था. इस सामुदाय ने टेनिस खेलते समय सानिया के कपड़े को लेकर आपत्ति जताई थी.इतना ही नहीं पाक क्रिकेटर शोएब मलिक के साथ शादी रचाने के बाद उनकी काफी आलोचना हुई थी.
सानिया के शानदार खेल को देखते हुए उन्हें सबसे पहले साल 2004 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. इसके बाद साल 2006 में उन्हें पद्म श्री अवॉर्ड मिला. इसी साल सानिया को डब्ल्यूटी का ‘मोस्ट इम्प्रेसिव न्यू कमर’ का अवॉर्ड भी दिया दिया गया.