एटा–एटा में दुष्कर्म मामले के आरोपी के दो भाईयों ने 16 माह पूर्व हुए दुष्कर्म पीड़िता को रेप के मामले में कोर्ट में गवाही ना दे पाए। इसलिए शातिराने तरीके से पहले उसका अपहरण करवाया और उसके बाद उसे 30 हजार रुपये में एक युवक को बेच दिया और फिर आरोपी उसे जबरन गाड़ी में डालकर ले गये।
पुलिस ने राजस्थान से किशोरी को बरामद कर लिया है। वहीं अपहर्ता को सम्बन्धित धाराओं में जेल भेज दिया। पुलिस ने किशोरी के महिला थाने में 161 के ब्यान किये है उसमें उसने ये सब बताया है। वही आपको बता दें कि बीते वर्ष 26 जून 2018 को अलीगंज के ग्राम मोहम्मद नगर बझेरा निवासी ग्राम प्रधान कमालुददीन पुत्र बशीर खां ने एक अन्य साथी के साथ मिलकर नाबालिग किशोरी के दुष्कर्म किया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही आरोपी तथा उसके परिजन किशोरी व उसके परिवारीजनों से मुकदमा वापसी और बयान बदलने का दवाब बनाते हुए धमकियां दे रहे थे।
वही आरोपियों ने ऐसा ही किया, किशोरी का पहले अपहरण करवा दिया।11 जून 2019 को दोपहर ढाई बजे किशोरी खेतों में शौच को गई थी तभी उसका अपहरण कर लिया गया। प्राथमिकी में प्रधान के भाई शरीफ, सलीम, जमालुददीन व मुकेश के नामदर्ज एफआईआर दर्ज कराई थी । पुलिस ने सर्विलांस के जरिए मोबाइल की लोकेशन के आधार पर अलीगंज से लगभग 900 किलो मीटर दूर राजस्थान प्रान्त के जनपद हनुमानगढ से किशोरी को बरामद कर लिया।
अपहर्ता कन्हैया पुत्र फकीरे लाल निवासी ग्राम सथरा थाना उसहैत जनपद बदायूं को हिरासत में ले लिया है जो कि एक बदमाश किस्म का बताया जाता है। जिस पर बदायूं सहित कई जनपदों में दर्जनों मुकदमे दर्ज है। वही पुलिस ने आरोपी को अपहरण की धाराओं में मुक़दम्मा दर्ज कर जेल भेज दिया है। वही किशोरी ने दुष्कर्म के आरोपी प्रधान के भाई सलीम और शरीफ पर पहले अपहरण कर उसे 30 हजार रुपये में बेंचने का आरोप लगाया है। पीड़िता ने बताया कि उसको कई स्थानों पर अलग-अलग जगह रखा गया और आरोपी प्रधान के भाई चाहते थे कि वह न्यायालय में रेप मामले में गवाही न दे सके।
(रिपोर्ट-आर.बी.द्विवेदी, एटा)