जहरीली गैस की चपेट में आने से 3 सफाई कर्मचारी बेहोश, हालत नाजुक
मेरठ — गाजियाबाद में सीवर सफाई कर रहे 3 सफाई कर्मचारियों की मौत का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि मेरठ में फिर 3 सफाई कर्मचारी सीवर में सफाई करते वक्त बेहोश हो गए और अब हॉस्पिटल में मौत से जंग लड़ रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि सफाई कर्मचारियों को बिना सुरक्षा उपकरण के किसी भी नाले या फिर सीवर में उतार कर सफाई ना कराई जाए लेकिन उसके बाद भी सुप्रीम कोर्ट की उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बार-बार अवहेलना की जा रही है और जिसका खामियाजा सफाई कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है।
जी हां यह हम नहीं कह रहे यह कह रही हैं वह घटनाएं जो लगातार उत्तर प्रदेश में हो रही है। बीते कुछ दिन पहले गाजियाबाद में सीवर के अंदर सफाई करने उतरे सफाई कर्मचारी सीवर के अंदर बन रही जहरीली गैस के कारण मौत को गले लगा चुके थे तो वहीं भावनपुर थाना इलाके के जय भीम नगर में एक सीवर के अंदर सफाई करने उतरे 3 सफ़ाई कर्मचारी अचानक जहरीली गैस बनने से तीनों बेहोश हो गए तीनों सफाई कर्मचारियों को आनन-फानन में अजय हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जहां पर तीनों की हालत गंभीर बनी हुई है।
वहीं मौके पर पहुंचे सपा नेता व वाल्मीकि आदि धर्म समाज के मंडल अध्यक्ष विपिन मनोठिया का कहना है कि हॉस्पिटल में ना तो तीनों सफाई कर्मचारियों को ठीक से इलाज दिया जा रहा है और ना यहां पर अभी कोई आला अधिकारी इन्हें देखने पहुंचा है। जबकि कोर्ट के आदेश है कि अगर सफाई करते वक्त सीवर में किसी सफाई कर्मचारी के साथ कोई घटना होती है तो संबंधित विभाग के अधिकारी को तुरंत मौके पर पहुंचना चाहिए।
इसी बात से नाराज सभी सफाई कर्मचारी और सपा नेता विपिन मनोठिया तीनों मरीजों के परिजनों के साथ हॉस्पिटल के बाहर ही धरने पर बैठ गए हैं। अब देखना होगा कि आखिर आला अधिकारी मौके पर पहुंचकर इन सफाई कर्मचारियों को कितना सहयोग देते हैं ।
(रिपोर्ट-सागर कुशवाहा,मेरठ)