जम्मू-कश्मीर में मारे गए तीन आतंकियों के पास से मिले ‘अमेरिकी’ हथियार
न्यूज डेस्क — जम्मू कश्मीर के पुलवामा सेक्टर में सोमवार को सुरक्षाबलों से हुए इस मुठभेड़ में आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद की कमर तोड़ दी है.इस मुठभेड में मारे गए तीनों आतंकियों की पहचान हो गई है. इसमें से एक आतंकी जैश-ऐ-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर का भतीजा तलहा रशीद भी शामिल है.मारे गए दो अन्य आतंकियों में एक पाकिस्तान का रहने वाला है वहीं दूसरा जम्मू कश्मीर का ही है.वहीं इस ऑपरेशन में सेना का एक जवान भी शहीद हो गया हैें.
जानकारी के मु्ताबिक सोमवार को पुलवामा के अगलर कांडी इलाके में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई थी. कई घंटे के ऑपरेशन के बाद जवानों ने आतंकियों को ढेर कर दिया.वहीं जम्मू कश्मीर पुलिस और सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि आतंकियों के पास से AK74 रायफल औऱ M4 कार्बाइन बरामद हुई है. सेना की ओर से बताया गया कि ये अथियार अमेरिकी सेना अफ्गानिस्तान और इराक में इस्तेमाल करती है. पुलिस ने पत्रकारों को भी ये हथियार दिखाए.
सुरक्षाबलों से मिली जानकारी के मुताबिक कल देर शाम उन्हें पुलवामा के एक गांव में जैश ए मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली थी. इसके बाद इलाके की घेराबंदी करके ऑपरेशन शुरू किया गया.जैश के आतंकी घुसपैठ के घाटी में दाखिल हुए थे. माना जा रहा है कि इन्हीं आतंकियों के साथ तल्हा रशीद भी आया था. ऐसे में तल्हा रशीद का मारा जाना आतंकियों के लिए बहुत बड़ा झटका और सुरक्षाबलों के लिए बड़ी कामयाबी मानी जा रही है.
बता दें कि जैश ए मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर जिसे 1999 में कंधार विमान अपहरण कांड के बाद भारत को रिहा करना पड़ा था. तब भारत की मजबूरी थी क्योंकि इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट 814 के 178 यात्रियों को सही सलामत आतंकियों के कब्जे से छुड़ाना था. भारत के चंगुल से छूटते ही मसूद ने जैश-ए-मोहम्मद बनाया औऱ फिर भारत के खिलाफ जहर और जंग का एलान कर दिया.